प्रतिनिधि, झुमरीतिलैया
शहरी क्षेत्र में भी कई इलाके ऐसे हैं, जहां का अपेक्षित विकास आज तक नहीं हो सका है़ कुछ इसी तरह का हाल नगर पार्षद क्षेत्र के नवादा बस्ती वार्ड नंबर-19 का है़ यहां की स्थिति दिनों दिन बद से बदतर होती जा रही है़ वर्षों से सड़क का निर्माण नहीं हुआ है तो वहीं पीने के लिए सप्लाई पानी की कोई व्यवस्था नहीं है़ रात के अंधेरे में लोग रास्ता तक नहीं देख पाते हैं. नगर पार्षद क्षेत्र के अंदर आने के बाद भी इलाके में कई मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, लेकिन नगर पार्षद और जनप्रतिनिधियों की नजर इन समस्याओं पर अब तक नहीं पड़ी है़ प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान जब मुहल्ले के लोगों ने अपनी पीड़ा साझा की, तो साफ जाहिर हो गया कि लोग कितनी परेशानी झेल रहे हैं.सड़क निर्माण न होना सबसे बड़ी परेशानीइलाके के लोगों ने बताया कि करीब 13 वर्षों से हम इस इलाके में बसे हुए हैं. कई बार बीडीओ व सीओ को आवेदन भी दे चुके हैं, लेकिन सड़क निर्माण का कार्य आज तक शुरू नहीं हुआ़ लोगों ने कहा कि कच्ची मिट्टी की सड़क होने के कारण बरसात के मौसम में पूरे रास्ते में पानी भर जाता है. इलाके में पैदल चलना भी दूभर हो जाता है. पक्की सड़क नहीं होने के कारण गैस सिलेंडर की गाड़ी घरों तक नहीं आ पाती है़ कई बार वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं.स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहींलोगों ने बताया कि बिजली के पोल आधे रास्ते तक लगाए गए हैं. कई घरों में बांस-बल्ली की मदद से बिजली का कनेक्शन पहुंचा है़ पूरे इलाके में कही भी स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है. कई जगहों में खंभे हैं, लेकिन उसमें लाइट नहीं लगी है़ रात के समय पूरे मोहल्ले में अंधकार छा जाता है.
——————–आज के दौर में भी हमारे इलाके में कई मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. पक्की सड़क नहीं है, नाली नहीं है, पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. पक्की सड़क नहीं होने के कारण बरसात में घर से बाहर निकालना भी मुश्किल हो जाता है. सीओ व बीडीओ के पास आवेदन देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं है.————सुजीत कुमार राणा———————–
हमारे इलाके में बिजली पहुंचने के लिए खंभे भी आधे-अधूरे लगाये गये हैं. कई घरों में हमें बॉस की लग्गी की सहायता से बिजली का कनेक्शन लेकर जाना पड़ता है और जो खंभे लगे हैं उसमें से किसी में भी एक लाइट तक नहीं लगाया गया है़ इसके कारण शाम होते ही पूरे इलाके में अंधकार छा जाता है.————–अमित सिन्हा————————–सरकारी योजनाओं की बात की जाती है, लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है. नगर पर्षद सिर्फ टैक्स समय पर वसूलती है, लेकिन शहरी क्षेत्र के नवादा बस्ती में आज भी सड़क नहीं है, नाली नहीं है, पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है और भी कई मूलभूत सुविधाएं नहीं है.
————निर्मल चंद्र पॉल——————-शहरी क्षेत्र में आने के बाद भी हमारे इलाके का गांव से भी बदतर हालत है. समय पर होल्डिंग टैक्स, बिजली बिल सबकुछ भरने के बाद भी न आज तक पक्की सड़क बनी है और न ही पूरे रास्ते में कहीं लाइट लगी है. शाम होते ही पूरे इलाके में अंधेरा छा जाता है. घरों से बाहर निकलने में भी डर लगता है.———–ललिता सिन्हा——————–
सबसे बड़ी समस्या तो शुद्ध पीने के पानी की है. सप्लाई पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. कुछ महीने पहले पानी की पाइप लाइन बोल कर पूरे सड़क को तोड़कर पाइप बिछाया गया, लेकिन उसके बाद सड़क की मरम्मत नहीं की गई न ही सप्लाई पानी की व्यवस्था शुरू हुई. पक्की सड़क नहीं होने के कारण कई बार वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं.————-शांति देवी——————–बरसात का मौसम कुछ माह बाद आयेगा़ जल्द सड़क का निर्माण नहीं किया गया, तो मिट्टी से बनी कच्ची सड़क पूरे दलदल समान हो जायेगी, जिसमें चलना भी मुश्किल होगा़ अभी ही पक्की सड़क नहीं होने के कारण हमें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. नगर पर्षद द्वारा इस समस्या पर तुरंत ध्यान दिया जाएये
—————प्रतिमा देवीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है