जामताड़ा. लोगों को अपने जरूरी कामकाज को लेकर जहां एक ओर आधार कार्ड अति आवश्यक कर दिये गये हैं, वहीं इसे बनवाने में भारी जद्दोजहद का सामना करना पड़ रहा है. जिले में बीते कुछ दिनों से आधार कार्ड बनवाने और उसमें संशोधित करवाने वालों की संख्या बढ़ रही है. लोग पंचायतों से जिला मुख्यालय आकर आधार बनवा रहे हैं. अपना कामकाज छोड़कर सुबह से ही लाइन में लग जा रहे हैं, पर जिम्मेदार इन सब से अंजान बने हुए हैं. गौरतलब है कि जिले के सभी 118 पंचायतों में आधार सेवा केंद्र संचालित था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से डीओआइटी (डिपार्टमेंट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) व सीएससी में एमओयू समाप्त हो गया है, जिस कारण जिले के सभी पंचायत भवनों में संचालित प्रज्ञा केंद्र में आधार बनाने का काम ठप है. इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोगों को जानकारी के अभाव में जहां-तहां भटकना पड़ता है. यहां तक लोगों को जानकारी के अभाव में पंचायतों से लेकर जिला मुख्यालय तक आधार कार्ड बनवाने के लिए चक्कर लगाते देखा जाता है, लेकिन जिला मुख्यालय में भी सीमित आधार सेंटर रहने के कारण भीड़ का सामना करना पड़ता है और बैरंग घर लौटना पड़ता है. इधर, जामताड़ा शहर के पुराना एनआइसी में आधार सेंटर पहुंचे जामताड़ा के रवि सोनकर, बेबा गांव के परी बाउरी, बिंदापाथर के जगदीश कोल, धांधड़ा के रितेश मंडल, मोनिका मंडल, कुंडहित के राधा लक्ष्मी डोम आदि ने बताया कि आधार बनाने के लिए सीएससी का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन बनवा नहीं पा रहे हैं. पोस्ट ऑफिस व बैंक में बनी रहती है समस्याएं जानकारी के अनुसार पोस्ट ऑफिस व एक-दो बैंक शाखाओं में आधार कार्ड बनाने का कार्य जारी है, लेकिन बैंकों व पोस्ट ऑफिस में आये दिन सर्वर जैसी समस्या बनी रहती है. इस कारण लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है. वहीं इन दिनों बच्चों का आधार कार्ड बनाने का कार्य जोरों पर है. ऐसी स्थिति में बच्चे भी इन समस्या का शिकार हो रहे हैं. सभी प्रज्ञा केंद्रों में बन रहा है आधार : डीपीओ यूआइडी डीपीओ राजीव कुमार ने बताया कि पंचायतों में संचालित सीएससी में आधार का कार्य फिलहाल बंद है. जल्द ही व्यवस्था बहाल होने की उम्मीद है. पर जिले के सभी 6 प्रखंड मुख्यालयों में संचालित प्रज्ञा केंद्रों में आधार का कार्य करा सकते हैं. साथ ही पोस्ट ऑफिस व बैंक शाखाओं में आधार कार्य जारी है. आधार कार्ड महत्वपूर्ण दस्तावेजों में है एक आधार कार्ड इन दिनों सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से एक बन गया है. आधार संख्या 12 अंकों की पहचान संख्या है, जो पहचान के प्रमाण के रूप में कार्य करती है. इसका उपयोग देश में कहीं भी किया जा सकता है. इसकी प्रामाणिकता के कारण, आधार कार्ड का उपयोग पते के प्रमाण के रूप में भी किया जा सकता है. आधार में कार्ड धारक के डेमोग्राफिक के साथ-साथ बायोमीट्रिक जानकारी भी शामिल होती है. सरकार ने बैंक खाते, मोबाइल नंबर, पेंशन स्कीम, स्कूली छात्र-छात्रों, एलपीजी सब्सिडी, पैन कार्ड, डिजीलॉकर, म्युचुअल फंड, जन धन योजना, जीएसटी रजिस्ट्रेशन आदि के लाभ और सेवाओं को सुरक्षित करने के लिए आधार अनिवार्य कर दिया है.
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