चितरा : गोड्डा लोकसभा के पूर्व सांसद सूरज मंडल ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा है कि मिहिजाम के थाना प्रभारी विनय राम मुझे बेवजह फंसाने का काम कर रहे हैं. श्री मंडल ने कहा कि विनय राम की कार्यशैली को लेकर उन्होंने डीजीपी को पत्र लिखा है. जिस कारण श्री राम 23 साल पुराने केस को निकाल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जिस पुराने केस को निकलवाया गया है उसका निबटारा प्रखंड स्तर पर कर लिया गया है. श्री मंडल ने यह भी बताया कि वर्ष 1976 में डुमरिया ग्राम में 50 प्रतिशत अनुदान पर सिंचाई कूप लिया था. जो रामेश्वर मंडल का था और मेरे नाम से अग्रीमेंट था.
उस समय 50 बोरा सीमेंट और 2200 रूपया नकद अग्रिम के तौर पर दिया गया था. जिसका कुआं था मैंने उसे सीमेंट और पैसा दोनों दे दिया था. कुआं का काम आधा होने पर तत्कालीन बीडीओ सुरेश पांडेय ने मेरे नाम पर प्राथमिकी दर्ज करा दी थी. उसके बाद पुन: आवेदन देने पर काम करने की अनुमति फिर से प्रदान की गयी और काम पूरा किया गया. काम पूरा हो जाने के बाद बकाया राशि भी विभाग द्वारा दे दिया गया.
कुआं का निर्माण हो जाने के बाद तत्कालीन बीडीओ ने दुमका डीसी को आवेदन देकर केश खत्म करने को कहा था. इसके अलावे श्री मंडल ने कहा कि उस वक्त पुलिस का काम था कि मामले की जांच करे. लेकिन पुलिस ने उस समय जांच कर कार्रवाई क्यों नहीं किया. 23 साल मामले को निकालने का मकसद मुझे बदनाम करना है. श्री मंडल ने कहा कि मिहिजाम के थाना प्रभारी उस समय जामताड़ा के थाना प्रभारी थे.