एटीएस सेंटर से ही लेना होगा फिटनेस सर्टिफिकेट
Jamshedpur News :
पूर्वी सिंहभूम जिले में वाहन मालिकों के लिए एक अहम बदलाव होने जा रहा है. एक मई 2025 से परिवहन विभाग द्वारा वाहनों की फिटनेस जांच की सुविधा बंद कर दी जायेगी. अब से सभी कॉमर्शियल वाहनों की फिटनेस जांच केवल अधिकृत ऑटोमेटेड टेस्टिंग सेंटर (एटीएस) में ही होगी.यह जांच यूनिवर्सल ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर, आमचुरिया जो गालूडीह से सात किलोमीटर पहले है, वहां की जायेगी. केंद्र सरकार के परिवहन मंत्रालय के निर्देशानुसार, 25 सितंबर 2021 से देशभर में कॉमर्शियल वाहनों का फिटनेस टेस्ट केवल ऑटोमेटेड केंद्रों में कराना अनिवार्य कर दिया गया है.इस सेंटर में लाइट, मीडियम और हैवी कॉमर्शियल वाहनों की जांच अत्याधुनिक मशीनों द्वारा की जा रही है. यहां कुल 38 बिंदुओं पर जांच होती है, जिसमें 17 जांचें स्वचालित मशीनों से होती हैं, जबकि बाकी मैन्युअल रूप से की जाती है. फिटनेस जांच में वाहन की हवा, हॉर्न, टायर, ब्रेक, कल्च, लाइट, स्टेयरिंग, स्पीडोमीटर, बॉडी, एक्शल जैसी सभी प्रमुख तकनीकी पहलुओं की जांच की जाती है. साथ ही वाहन के टैक्स, इंश्योरेंस और बीमा दस्तावेजों की भी जांच की जाती है.कॉमर्शियल वाहन मालिकों के लिए यह अनिवार्य होगा कि वे आठ साल तक हर दो साल में एक बार और आठ साल से अधिक पुराने वाहनों के लिए हर साल फिटनेस जांच कराएं. देरी की स्थिति में प्रतिदिन जुर्माना देना होगा.हालांकि, वर्तमान में परिवहन विभाग में छोटे वाहनों की जांच की फीस ₹708 और बड़े वाहनों की ₹944 है, लेकिन ऑटोमेटेड केंद्रों में यह शुल्क अधिक हो सकता है. यह नई व्यवस्था वाहन सुरक्षा को बढ़ावा देने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है.
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