कंपनी ने छह अलग-अलग सेगमेंट में पदाधिकारियों की नियुक्ति की
Jamshedpur News :
टाटा स्टील कंपनी अपने खर्च में कटौती को लेकर कई कदम उठा रही है. करीब 13500 करोड़ रुपये खर्च में कटौती की तैयारी है. कंपनी अपने वार्षिक बिजनेस प्लान (एबीपी) के तहत स्पेयर, रिपेयर और मेंटेनेंस कॉस्ट में कटौती करने वाली है. इसको लेकर कॉस्ट कंपीटिटीवनेस बनाया जा रहा है. लीज ट्रांस्फारमेशन प्रोग्राम को लाॅन्च किया गया है. इसके तहत स्पेयर, रिपेयर और मेंटेनेंस कॉस्ट में कंपनी कटौती करेगी. इसे लेकर विभिन्न लेवल पर कमेटी बनायी गयी है. इसका उद्देश्य है कि 31 मार्च 2027 तक कंपनी का आंतरिक खर्च घटाया जाये. वर्कस्ट्रीम 1 की कोर टीम और शिखर टीम साथ मिलकर काम करेगी और फिर इस दिशा में आगे बढ़ेगी. कंपनी की ओर से छह अलग-अलग सेगमेंट में पदाधिकारियों की नियुक्ति कर दी गयी है. टाटा स्टील के एमडी के स्तर पर यह कदम उठाया गया है.टाटा स्टील में कर्मचारियों के खर्च का दायरा बढ़ा, कंपनी कटौती के लक्ष्य पर बढ़ रही है
टाटा स्टील में कर्मचारियों पर होने वाले खर्च का दायरा बढ़ा है. यह जानकारी कंपनी ने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक के बाद बीएसइ और एनसीए को भेजे गये प्रेजेंटेशन में साझा की है. इसके तहत कर्मचारियों के बेनीफिट खर्च पिछले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल 2024 से जून 2024 तक) में 6467 करोड़ रुपये था. यह राशि इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल से जून 2025 तक) में बढ़कर 6599 करोड़ रुपये हो गयी है.अन्य खर्च में कटौती
कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024-2025 की पहली तिमाही में अन्य खर्चे 19187 करोड़ रुपये किये थे, जबकि इस वित्तीय वर्ष में इस खर्च में करीब एक हजार करोड़ से अधिक की कटौती की गयी है. अन्य खर्च इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 18573 करोड़ रुपये रहा. कंपनी के रॉ मैटेरियल कॉस्ट में भी कमी आयी है. पिछले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 24,993 करोड़ रुपये रॉ मैटेरियल कॉस्ट हुआ था, जो इस साल की पहली तिमाही में घटकर 21,977 करोड़ रुपये हो गयी है. इसमें करीब 3 हजार करोड़ रुपये की कमी आयी है. टाटा स्टील के भारतीय संयंत्र में रॉ मैटेरियल कॉस्ट चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 11822 करोड़ रुपये है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की इसी आलोच्य अवधि में यह 13305 करोड़ रुपये था. टाटा स्टील ने अपने भारतीय संयंत्र में कर्मचारियों के बेनीफिट में होने वाले खर्च में भी कटौती की है. पिछले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने 2139 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जबकि इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 1996 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. अन्य खर्चों में भी भारत में कटौती हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

