24 लाख की लागत से एमजीएम कॉलेज के गेस्ट हाउस की हो रही मरम्मत
कमिटी ने कहा कि भवन निर्माण विभाग ने मरम्मत के नाम पर की खानापूर्ति
Jamshedpur News :
भवन निर्माण विभाग की लापरवाही से एमजीएम मेडिकल कॉलेज परिसर में बने गेस्ट हाउस की मरम्मत अधूरी रह गयी है. स्वास्थ्य विभाग ने चार कमरों वाले इस गेस्ट हाउस की मरम्मत का जिम्मा भवन निर्माण विभाग को दिया था और इसके लिए 24 लाख 95 हजार 179 रुपये की राशि भी आवंटित की थी. लेकिन विभाग ने मरम्मत कार्य में भारी अनियमितता बरती. कई काम अधूरे छोड़े गये, जिसके कारण कॉलेज प्रशासन ने दूसरी बार भवन को हैंडओवर लेने से साफ इनकार कर दिया. पहली बार विभाग की ओर से कार्य पूरा होने की सूचना देते हुए 17 जुलाई को भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने कॉलेज प्राचार्य डॉ. डी. हांसदा को पत्र लिखकर गेस्ट हाउस लेने के लिए कहा था. प्राचार्य ने इसके संचालन और रखरखाव के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया. टीम ने जांच करने के बाद पाया कि उसमें बहुत सी कमी है, जिसके कारण हैंडओवर लेने से इनकार कर दिया था.उसके बाद भवन निर्माण विभाग ने कुछ काम करने के बाद दूसरी बार शनिवार 13 सितंबर को प्राचार्य को पत्र देकर फिर काम पूरा होने व हैंडओवर लेने को कहा. जिसको लेकर सोमवार को प्राचार्य द्वारा बनायी गयी कमिटी में शामिल डॉ. संजय कुमार, डॉ. निर्मल कुमार गाडिया, डॉ. लुगूराम टुडू व राजेंद्र कुमार गोस्वामी गेस्ट हाउस का निरीक्षण करने पहुंचे. पाया कि अभी भी गेस्ट हाउस का कार्य अधूरा और घटिया तरीके से किया गया है. शौचालय की पाइपें खराब हैं, दीवारों और अन्य हिस्सों खिड़की में रॉड नहीं लगाया गया है. बेसमेट में आधे में टाइल्स नहीं लगाया गया है. कई दरवाजे टूटे हैं. पूरे भवन में कई जगहों पर सीपेज की समस्या है. दरवाजे और खिड़कियां ठीक से नहीं लगायी गयीं हैं. ऊपर लगी टीन पर पौधे उग आये हैं और परिसर के चारों ओर गंदगी फैली हुई है. बिजली की वायरिंग भी ठीक ढंग से नहीं की गयी. कई स्विचबोर्ड खराब मिले. गेस्ट हाउस के नीचे बने दो साइड रूम में कोई काम नहीं किया गया है. इन खामियों को देखते हुए टीम ने गेस्ट हाउस का हैंडओवर लेने से एक बार फिर मना कर दिया.
इन्फो बॉक्स
प्राक्कलित राशि : 24 लाख 95 हजार 179 रुपयेकार्य प्रारंभ तिथि : 22 जुलाई 2024कार्य समाप्ति तिथि (विभागीय) : 21 अक्तूबर 2024विभागीय स्थिति : पहली बार 17 जुलाई को कार्य पूर्ण बताया गया
दूसरी बार शनिवार 13 सितंबर को कार्य पूर्ण होने की जानकारी प्राचार्य को दी गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

