जमशेदपुर : झारखंड के मुख्य आयकर आयुक्त राकेश मिश्रा ने कहा कि आयकर विभाग का जमशेदपुर सर्किल अपने लक्ष्य से 200 कराेड़ रुपये पीछे है. वित्तीय वर्ष के बाकी 60 दिनाें में विभाग सिर्फ एक्शन के माेड में रहेगा. झारखंड में कर वंचना के 1000 मामले पकड़ में आये हैं, जिनके खिलाफ जांच शुरू कर दी गयी है. इसके अलावा 2206 से अधिक मामले आइटीसी फ्रॉड से संबंधित पकड़ में आये हैं, जिन्हाेंने 25 प्रतिशत अधिक छूट की मांग के साथ क्लेम फाइल कर दिया है. इन मामलाें में शामिल सभी आयकर दाताआें काे नाेटिस भेजा जायेगा.
यदि वे स्वेच्छा से बकाया का भुगतान नहीं करेंगे, ताे उनके खिलाफ ब्याज वसूली, पेनाल्टी आैर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. जमशेदपुर के प्रधान आयकर आयुक्त के सर्किट हाउस स्थित 47 कार्यालय में शुक्रवार काे आयाेजित संवाददाता सम्मेलन काे संबाेधित करते हुए मुख्य आयकर आयुक्त राकेश कुमार मिश्रा ने कहा कि आयकर विभाग ने दिव्यांग के नाम पर झारखंड में टैक्स चोरी के मामले काे पकड़ा है.
यह मामला हजारीबाग में पकड़ा गया, लेकिन ऐसे कई मामले जमशेदपुर समेत अन्य कई सर्किलाें में उजागर हाे गये हैं, जिनकी जांच शुरू कर दी गयी है. प्रधान आयकर आयुक्त कार्यालय में विभागीय अधिकारियाें के साथ बैठकर राकेश मिश्रा ने साफ कर दिया है कि टैक्स चाेरी करनेवालाें काे किसी तरह छूट विभाग नहीं देगा. आयकर विभाग किसी भी टैक्स पेयर से न ताे जबरन टैक्स वसूलेगा आैर न ही उनसे जायज टैक्स वसूलने से पीछे हटेगा.
श्री मिश्रा ने कहा कि जीएसटी आैर आयकर का रिटर्न भी दाखिल नहीं कर रहे हैं. ऐसे लाेगाें काे चिह्नित कर लिया गया है, जिनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उनके बैंक खाताें काे सीज किया जायेगा. जमशेदपुर में एडवांस टैक्स के रूप में 206.04 कराेड़ आैर सेल्फ एसेसमेंट टैक्स के रूप में 214 कराेड़ रुपये हाेने हैं, जिसे 31 मार्च तक स्वत: लाेग जमा करा दें.