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ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का एक सदस्य धराया, “13 लाख बरामद

जमशेदपुर : नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य छोटा गोविंदपुर पटेल नगर के राहुल कुमार मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके घर से लैपटॉप व मोबाइल जब्त किया है. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने गिरोह के सरगना मानगो डिमना रोड शंकोसाई के […]

जमशेदपुर : नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य छोटा गोविंदपुर पटेल नगर के राहुल कुमार मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके घर से लैपटॉप व मोबाइल जब्त किया है.

उसकी निशानदेही पर पुलिस ने गिरोह के सरगना मानगो डिमना रोड शंकोसाई के महेश पोद्दार के घर में छापेमारी की और उसके घर के अलमारी में रखे सूटकेस से 13 लाख रुपये बरामद किये हैं. इसके अलावा अलग-अलग बैंक के सात एटीएम कार्ड, 13 पासबुक व चेकबुक, चार मोबाइल और पेन ड्राइव बरामद किया गया है.
हालांकि महेश पोद्दार को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी. पुलिस ने राहुल की निशानदेही पर गिरोह के एक अन्य सदस्य योगेश कुमार के मानगो स्थित घर पर भी छापेमारी की, लेकिन वह भी नहीं मिला. इस मामले में रविवार को छोटा गोविंदपुर यशोदा नगर के नितेश कुमार सिंह के बयान पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
साइबर थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार मंडल ने बताया कि गिरफ्तार राहुल कुमार मिश्रा ने नितेश कुमार सिंह को नौकरी दिलाने का झांसा दिया और बैंक खाते खोलवाने के लिए 20 हजार रुपये लिये, लेकिन नौकरी लगी.
राहुल ने महेश पोद्दार के साथ मिल नितेश कुमार सिंह के कागजात के आधार पर तीन खाते खुलवाया, जिसका उपयोग महेश पोद्दार कर रहा था. उक्त खाते में प्रतिदिन कम से कम 50 हजार रुपये का ट्रांजेक्शन होता था, जिसकी जानकारी नितेश कुमार सिंह को नहीं थी.
पिछले छह माह में खाता से 25 से 30 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हो चुका है. गिरोह में सात से आठ सदस्य हैं. गिरोह के सदस्य लोगों को नौकरी दिलाने और ओएलएक्स पर विज्ञापन देकर सामान बेचने का झांसा दे जाल में फंसाते थे. वहीं मोबाइल लिंक भेजकर लोगों को एक्सेप्ट करने का रिक्वेस्ट करते थे.
लिंक को एक्सेप्ट करते ही व्यक्ति के खाता से रुपये ट्रांसफर कर लिये करते थे. गिरफ्तार राहुल के घरवाले पहुंचे थाना, कहा- निर्दोष है : पुलिस द्वारा राहुल कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किये जाने पर उसके घरवाले साइबर थाने पहुंचे. घरवालों के अनुसार राहुल निर्दोष है, उसे फंसाया जा रहा है. राहुल पर ही परिवार की जिम्मेदारी है.
छापेमारी टीम में ये थे शामिल : प्रशिक्षु आइपीएस मनोज स्वार्गीयारी, साइबर थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार मंडल, प्रशिक्षु दारोगा तरुण कुमार, संतोश कुमार दास, महेंद्र महतो, विनीता हेंब्रम, एएसआइ अजीत कुमार रजक, उमेश बैठा, श्रीनाथ राम, राहुल राय, रवींद्र कुमार, अयूब, दामोदर साधू, जग्गू साव.
तीन साल में करोड़ों का किया ट्रांसफर : साइबर थाना प्रभारी उपेंद्र मंडल ने बताया कि गिरोह पिछले तीन वर्षों से सक्रिय था और अब तक करोड़ों रुपये लोगों से ठगा है. निलेश के खाते से ही पिछले छह माह में करीब 30 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन किया गया है. पूछताछ के बाद पुलिस ने राहुल कुमार मिश्रा को जेल भेज दिया.
मुख्य आरोपी राहुल कोलकाता का : गिरोह का मुख्य सरगना राहुल केसरी कोलकाता का रहने वाला है. वही गिरोह को संचालित करता है. राहुल कुमार मिश्रा ने स्वीकार किया कि महेश पोद्दार ने उसे 10 हजार रुपये दिये थे.
बीएसएनएलकर्मी के खाते से साइबर ठगों ने 1.40 लाख रुपये निकाले
जमशेदपुर. बिष्टुपुर शिवपुरी कॉलोनी निवासी व बीएसएनएल के फोन मैकेनिक विद्यानंद पाल के खाते से साइबर ठग ने 1.40 लाख रुपये की निकासी कर ली. इस संबंध में उन्होंने रविवार को साइबर थाने में लिखित शिकायत की. विद्यानंद के अनुसार चार जनवरी को दो बार में खाते से 60 हजार की निकासी हो गयी. वहीं, रविवार की सुबह पुन: तीन बार में 80 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी.
पैसे निकाले जाने का मैसेज मोबाइल पर आने पर बेटे ने जानकारी दी. विद्यानंद के अनुसार उनका बिष्टुपुर स्थित एसबीआइ बैंक में खाता है. उन्होंने खाता की जानकारी किसी को नहीं दी है. घटना के बाद वे बैंक गये और पासबुक अपडेट कराया.

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