Advertisement
जमशेदपुर : परीक्षा अप्रैल में, पैसे लेकर बोर्ड ने अब तक नहीं भेजी किताब
संदीप सावर्ण जिले के करीब 1700 बच्चों के 28 लाख रुपये जमा हैं नेशनल इंस्टीट्यूट अॉफ अोपेन स्कूलिंग बोर्ड में जमशेदपुर : नेशनल इंस्टीट्यूट अॉफ अोपेन स्कूलिंग (एनआइअोएस) बोर्ड की 10वीं व 12वीं की परीक्षा अप्रैल में है. मार्च के अंतिम सप्ताह से ही प्रैक्टिकल की परीक्षा भी शुरू हो जायेगी. फरवरी का महीना अंत […]
संदीप सावर्ण
जिले के करीब 1700 बच्चों के 28 लाख रुपये जमा हैं नेशनल इंस्टीट्यूट अॉफ अोपेन स्कूलिंग बोर्ड में
जमशेदपुर : नेशनल इंस्टीट्यूट अॉफ अोपेन स्कूलिंग (एनआइअोएस) बोर्ड की 10वीं व 12वीं की परीक्षा अप्रैल में है. मार्च के अंतिम सप्ताह से ही प्रैक्टिकल की परीक्षा भी शुरू हो जायेगी. फरवरी का महीना अंत होने को है, लेकिन बोर्ड ने बच्चों को अब तक किताबें नहीं भेजी है. हालांकि बोर्ड ने रजिस्ट्रेशन व किताब के लिए छह महीने पहले ही पैसे जमा करवा लिये थे.
जमशेदपुर से जिले के 1700 परीक्षार्थी इस बार परीक्षा में शामिल होंगे. एक परीक्षार्थी से रजिस्ट्रेशन व किताब के लिए अौसतन 1650 रुपये लिये गये हैं. यानी बोर्ड के पास शहर के बच्चों के करीब 28 लाख रुपये जमा हैं. अब सवाल यह उठता है कि बगैर किताब के बच्चे बोर्ड परीक्षा देंगे, तो उनका प्रदर्शन कैसा रहेगा?
जमशेदपुर में एनआइअोएस के स्टडी सेंटर
1. सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल 2. डीबीएमएस कैरियर एकेडमी 3. केरला समाजम हिंदी स्कूल 4. विग इंग्लिश स्कूल, छोटा गोविंदपुर 5. नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल, बारीडीह 6. जेकेएम हाइस्कूल सालबनी 7. केरला पब्लिक स्कूल मानगो 8. जमशेदपुर बालिका उच्च विद्यालय, जमशेदपुर 9. गवर्नमेंट हाइस्कूल बिरसानगर 10. प्लस टू हाइस्कूल बहरागोड़ा 11. लोयोला स्कूल 12. राम कृष्ण मिशन इंग्लिश स्कूल
किस क्लास में कितनी ली गयी राशि
10वीं ( रजिस्ट्रेशन व किताब)
लड़कों के लिए – 1485 रुपये
लड़कियों के लिए- 1210 रुपये
एससी एसटी के लिए- 990 रुपये
प्रति अतिरिक्त विषय- 600 रुपये
12वीं ( रजिस्ट्रेशन व किताब)
लड़कों के लिए- 1650 रुपये
लड़कियों के लिए- 1375 रुपये
एससी-एसटी के लिए- 1075 रु
प्रति अतिरिक्त विषय- 600 रुपये
सरकारी स्कूल के 70,000 बच्चों को अब तक नहीं मिली ड्रेस
पूर्वी सिंहभूम जिले में 1513 प्राथमिक व मध्य विद्यालय में पढ़नेवाले 1.40 लाख बच्चों में 50 फीसदी (70,000) को अब तक पोशाक नहीं मिल पायी है.
सरकार हर बच्चों को पोशाक के लिए 600 रुपये देती है. जिला शिक्षा विभाग ने बच्चों के यूनिफॉर्म की मद में आठ करोड़ रुपये का आवंटन मांगा था. लेकिन सिर्फ 4.25 करोड़ रुपये ही दिये गये. इस कारण 70,000 बच्चे पोशाक से वंचित रह गये. जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी ने बताया कि आवंटन आने का इंतजार है. राशि आने पर डीबीटी के माध्यम से बच्चों के अकाउंट में डाल दी जायेगी.
इनकी होनी थी खरीदारी
प्राथमिक विद्यालय (पहली से पांचवीं ) -क्रीम कलर का पैंट और मैरून रंग का पैंट दो जोड़ा, एक सेट जूता-मौजा, मैरून कलर का एक स्वेटर.
मध्य विद्यालय (छठी से आठवीं ) -क्रीम कलर का पैंट और मैरुन रंग का पैंट दो जोड़ा, मैरून कलर का स्वेटर.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement