Advertisement
गुरु गोविंद सिंह जयंती कल, तैयारियां जोरों पर
जमशेदपुर : सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह की 352वीं जयंती 13 जनवरी को धूमधाम के साथ मनायी जायेगी. इसके मद्देनजर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की देखरेख में पहली बार कीताडीह गुरुद्वारा से नगर कीर्तन निकलेगा. नगर कीर्तन सुबह साढ़े दस बजे आरंभ होगा. पालकी साहिब शनिवार को साकची से कीताडीह गुरुद्वारा ले […]
जमशेदपुर : सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह की 352वीं जयंती 13 जनवरी को धूमधाम के साथ मनायी जायेगी. इसके मद्देनजर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की देखरेख में पहली बार कीताडीह गुरुद्वारा से नगर कीर्तन निकलेगा.
नगर कीर्तन सुबह साढ़े दस बजे आरंभ होगा. पालकी साहिब शनिवार को साकची से कीताडीह गुरुद्वारा ले जायी जायेगी. 13 जनवरी को नगर कीर्तन आरंभ होने से पहले अखंड पाठ की समाप्ति होगी. इसके बाद कीर्तन दरबार सजेगा और फिर अरदास के बाद पालकी साहिब रवाना होगी. संगत के लंगर की व्यवस्था दुर्गा पूजा मैदान में की गयी है. इसके अलावा विभिन्न समाज और संस्थाओं द्वारा शिविर भी लगाये जायेंगे.
नगर कीर्तन को लेकर कीताडीह गुरुद्वारा मुख्य मार्ग की साफ-सफाई का काम शनिवार को सिख नौजवान सभा और संगत द्वारा किया जायेगा. कीताडीह गुरुद्वारा कमेटी के पदाधिकारी सड़कों की मरम्मत कराने के साथ-साथ बिजली के खंबे लगाने का काम देर शाम तक चला. कीताडीह स्टेशन मार्ग शुक्रवार को तोरणद्वार से पट गया.
नगर कीर्तन को सफल बनाने में कीताडीह गुरुद्वारा के प्रधान अर्जुन सिंह वालिया, हरवंस सिंह, चेयरमैन गुरमेल सिंह, इंदरजीत सिंह, सुखविंदर सिंह, जसविंदर सिंह, हरविंदर सिंह, जगजीत सिंह गांधी, त्रिलोचन सिंह, स्त्री सत्संग सभा की प्रधान निर्मल कौर, रजनी कौर, कमलजीत कौर समेत सभी संगत का योगदान है.
सुबह छह बजे से रात 11 बजे तक नो-इंट्री. नगर कीर्तन के दिन यानि 13 जनवरी को शहर में सुबह छह बजे से लेकर रात नौ बजे तक सभी तरह के भारी वाहनों (बस छोड़कर) नो-इंट्री रहेगी. इसी तरह से 14 जनवरी को सुबह चार बजे से रात 11 बजे तक भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगायी गयी है. इसकी जानकारी ट्रैफिक डीएसपी शिवेंद्र ने दी.
इन मार्गों से होकर गुजरेगा नगर कीर्तन
कीताडीह गुरुद्वारा से होकर नगर कीर्तन स्टेशन गोलचक्कर से संकटा सिंह पेट्रोल पंप, रेलवे ओवरब्रिज से बर्मामाइंस गुरुद्वारा मार्ग से ट्यूब डिवीज गोलचक्कर जायेगा. वहां से लाल बाबा फाउंड्री मार्ग होकर केबुल कंपनी मुख्य मार्ग होते हुए गोलमुरी मस्जिद के सामने से टुइलाडुंगरी गुरुद्वारा के सामने से होते हुए आरडी टाटा गोलचक्कर होते हुए साकची गुरुद्वारा पहुंचकर समाप्त होगा.
Advertisement