31.9 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

चार दिन बाद भी पटमदा से नहीं लौटा ट्रक

जमशेदपुर : एफसीआइ के बर्मामाइंस स्थित गोदाम से चावल लदे ट्रक (जेएच05एबी-5134) को राज्य खाद्य निगम के पटमदा स्थित गोदाम तक (करीब 22 किलोमीटर) जाने में चार दिन लग गये. वहीं पटमदा से 20 क्विंटल चावल के साथ जमशेदपुर के लिए चला ट्रक चार दिन बाद भी बर्मामाइंस गोदाम नहीं पहुंचा है. ट्रक सहित चावल […]

जमशेदपुर : एफसीआइ के बर्मामाइंस स्थित गोदाम से चावल लदे ट्रक (जेएच05एबी-5134) को राज्य खाद्य निगम के पटमदा स्थित गोदाम तक (करीब 22 किलोमीटर) जाने में चार दिन लग गये. वहीं पटमदा से 20 क्विंटल चावल के साथ जमशेदपुर के लिए चला ट्रक चार दिन बाद भी बर्मामाइंस गोदाम नहीं पहुंचा है. ट्रक सहित चावल के गायब होने के मामले की शुरू हुई, तो आरंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है.

तीन सदस्यीय टीम कर रही है जांच : विभाग के तीन सदस्यीय टीम चावल सहित ट्रक के गायब होने के मामले की जांच कर रही है. आरंभिक जांच में टीम ने पाया की बर्मामाइंस एफसीआइ गोदाम से पटमदा गोदाम के लिए 14 अगस्त को उक्त ट्रक निकला था.
ट्रक ड्राइवर धीरज कुमार को एफसीआइ प्रबंधन ने खाद्यान्न ले जाने संबंधी कागजात दिये थे. चार दिन बाद 18 अगस्त को उक्त ट्रक पटमदा राज्य खाद्य निगम के गोदाम पर पहुंचा. गोदाम प्रभारी (एजीएम) प्रदीप साह ने खाद्यान्न अनलोड करवाया, लेकिन भीगे चावल होने के कारण पुन: चावल को ट्रक में लोड करवाकर लिखित पेपर ड्राइवर को देकर ट्रक लौटा दिया. जांच में टीम ने पाया कि बुधवार शाम तक ट्रक बर्मामाइंस गोदाम वापस नहीं लौटा था. इधर, जांच टीम ने एफसीआइ के लिफ्टिंग इंचार्ज से बुधवार को बात कर उनका पक्ष लिया. जांच टीम गुरुवार को बर्मामाइंस एफसीआइ गोदाम व कार्यालय पहुंचेगी.
जीपीएस लगा होता, तो ट्रक का पता चल जाता
खाद्यान्न की कालाबाजारी रोकने के लिए राज्य सरकार ने खाद्यान्न ढुलाई करने वाले सभी ट्रकों में जीपीएस सिस्टम लगाने का आदेश दिया था. लेकिन आदेश अभी तक लागू नहीं हो सका. खाद्यान्न की ढुलाई करने वाले ट्रक में जीपीएस सिस्टम लगा होता तो गायब ट्रक की स्थिति की जानकारी सहज मिल जाती.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें