केरेडारी. सिविल सर्जन अशोक कुमार ने मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केरेडारी का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने 26 अक्तूबर (छठ पर्व के खरना) की शाम पांच बजे केरेडारी थाना क्षेत्र के कराली गांव के टोला बेला के पट्टी आहर में नहाने के क्रम में डूबीं दो बच्चियों अनूपा कुमारी एवं गुनगुन कुमारी की मौत के संबंध में जानकारी ली. दोनों बच्चियां नहाने के क्रम में पानी में डूब गयी थी. उन्हें बेहोशी की हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केरेडारी लाया गया था, लेकिन चिकित्सक के नहीं रहने के कारण इलाज के अभाव में दोनों की मौत हो गयी थी. सिविल सर्जन ने इस घटना की पूरी जानकारी ली. मंगलवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अस्पताल में उपस्थित नहीं थे. सिविल सर्जन ने उन्हें फोन पर फटकार लगायी. निरीक्षण के क्रम में दक्षिणी क्षेत्र की जिला परिषद सदस्य अनिता सिंह एवं समाजसेवी प्रीतम सिंह ने दो अतिरिक्त चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मी की मांग की. इस पर सिविल सर्जन ने 15 दिन के अंदर दो चिकित्सक देने का आश्वासन दिया. बाद में पहुंचे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी नफीस अंजुम ने बताया कि चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मी की मांग को लेकर कई बार जिला को चिट्ठी भेज चुके हैं, लेकिन अभी तक एक भी चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मी को नहीं भेजा गया है. इस दौरान डॉ अब्दुल कादिर, लिपिक रामू गोप, नर्स एंजल टोप्पो, मुनि कच्छप, मनोहर कुमार, ब्रह्मदेव तिवारी, गोपाल महतो मौजूद थे.
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