हजारीबाग. झारखंड विस्थापित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष सह पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने राज्य में कोयला और बालू की लूट तथा नशे के बढ़ते कारोबार को लेकर सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाये हैं. श्री मेहता ने कहा कि हजारीबाग सहित राज्य के अन्य हिस्सों में अवैध कोयला और बालू कारोबार तेजी से फैल रहा है, लेकिन सरकार और प्रशासन इस पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल साबित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि बालू घाटों की नीलामी नहीं होने से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है, वहीं माफिया तत्व अवैध कारोबार को धड़ल्ले से चला रहे हैं. उन्होंने प्रशासनिक लापरवाही को लेकर भी नाराजगी जाहिर की और कहा कि अवैध कारोबारियों का मनोबल बढ़ गया है, जिससे भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है. पूर्व सांसद ने ब्राउन शुगर और अन्य मादक पदार्थों की अवैध बिक्री को लेकर भी आक्रोश व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि हजारीबाग शहरी क्षेत्र और आसपास के गांवों में नशे का व्यापार तेजी से बढ़ रहा है. पुलिस कार्रवाई के बावजूद नशे का धंधा चौक-चौराहों पर खुलेआम चल रहा है, जिससे युवा नशे की गिरफ्त में आकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं और घरेलू हिंसा की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. उन्होंने यह भी बताया कि केरेडारी थाना क्षेत्र के कंडाबेर और बरियातू के सीमावर्ती खावा नदी किनारे अवैध कोयला खदान में डूबने से हाल में तीन मजदूर लापता हो गये, जो प्रशासन की गंभीर नाकामी को दर्शाता है. उन्होंने झारखंड सरकार से बालू घाटों की सुव्यवस्थित नीलामी, अवैध कोयला खनन पर रोक और नशा कारोबारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की.
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