हजारीबाग. हजारीबाग लाखे-सिंघानी व आसपास के क्षेत्रों में बंदर के आतंक से लोग परेशान हैं. पिछले तीन दिनों में बंदर ने 46 लोगों को जख्मी किया है. जिनका प्राथमिक इलाज शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया गया. बंदर के आतंक की वजह से लोग सुबह टहलने और महिलाएं छत पर कपड़ा सुखाने के लिए डंडा लेकर निकल रही हैं. मंगलवार को भी लाखे व आसपास के क्षेत्रों में बंदर ने पांच महिला-पुरुषों को जख्मी किया है. ये लोग सुबह मॉर्निंग वाक पर निकले थे. शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल इलाज कराने पहुंची एक महिला ने बताया कि छत पर कपड़ा सुखाने के लिए चढ़ी थी. उसी समय बंदर ने झपट्टा मारा.
वन विभाग ने ट्रैप लगाया
वनकर्मी असलम ने बताया कि कुछ दिन पहले नेशनल पार्क की ओर से दो बंदर कनहरी, लाखे, जबरा में आये हैं. इसमें एक लंगूर व एक सामान्य बंदर है. कुछ दिनों से ये बंदर हिंसक हो गये हैं. बंदर को पकड़ने के लिए ट्रैप लगाया गया है. 27 अक्तूबर को लाखे स्थित विश्वकर्मा बोरवेल के पास ट्रैप को लगाया गया था. वहां एक महिला को बंदर ने जख्मी किया था. इसके बाद बंदर भागकर आगे चला गया. अब इस ट्रैप को राजनंदिनी अपार्टमेंट के पास लगा दिया गया है. बंदर लगातार आगे बढ़ रहा है. पूर्वी वन प्रमंडल के डीएफओ विकास कुमार उज्जवल ने लोगों से अपील की है कि बंदर को खाना नहीं दें. उसे छेड़ने का प्रयास भी नहीं करें. वन विभाग ने बंदर को पकड़ने के लिए ट्रैप लगाया है. जल्द उसे पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

