बरही. बरही के पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला यादव की कांग्रेस में घर वापसी हो गयी. अकेला यादव ने प्रभात खबर प्रतिनिधि को फोन कर कहा कि कांग्रेस ही मेरा वास्तविक घर है. भाजपा की फासीवादी सत्ता से देश का संविधान, लोकतंत्र व गरीबों के वोट का अधिकार खतरे में घिर गया है. इस खतरे से मुक्ति राहुल गांधी, सोनिया गांधी व खरगे के नेतृत्व में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ही दिला सकता है. यही वजह है कि मैं अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं व समर्थकों के साथ कांग्रेस में लौट आया हूं. कांग्रेस में शामिल होनेवाले समर्थकों में बरही प्रखंड प्रमुख मनोज रजक, उप प्रमुख देवलाल कुशवाहा, मुखिया करियातपुर मनोज दास, मुखिया कोनरा पंचायत यासमीन तबस्सुम, पूर्व मुखिया दशरथ यादव, मो वारिश, कुणाल कटरियार, चौपारण जिला परिषद सदस्य रवि शंकर अकेला, चौपारण प्रखंड उप प्रमुख प्रीति गुप्ता, मुखिया बसरिया मंजू देवी, मुखिया दैहर ब्रह्मदेव भुइयां, पंचायत समिति सदस्य नेहा देवी, मंटू यादव, नंदकिशोर यादव, समीर अंसारी, अज्जू सिंह, राजकुमार यादव, रामफल सिंह, जितेंद्र सिंह, नरेश सिंह, मनोज सिंह, सरीफुल हक, गोबिंद यादव, राजू राणा, सुशील कुमार, वीरेंद्र यादव, मो सेराज, सिकंदर राणा, रघु यादव, छठु गोप, प्रभु यादव, रंजीत निषाद, गाजो यादव, विरेंद्र सिंह, शहंशाह अंसारी सहित कई कार्यकर्ता शामिल हैं.
वर्ष 2019 से 2024 तक कांग्रेस के विधायक रहे :
अकेला यादव वर्ष 2019 से 2024 तक बरही से कांग्रेस के विधायक थे. पर इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान एक नाटकीय उलट फेर में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया था. टिकट कटने के बाद वह समाजवादी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़े, लेकिन हार गये. कांग्रेस के बड़े नेताओं के यहां उनका जाना-आना लगा हुआ था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

