गुमला. गुमला जिला केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन का रविवार को धीरज चंद्र स्मृति भवन चेटर में वार्षिक आम सभा सह त्रिस्तरीय आम चुनाव (वर्ष 2025 से 2028 तक के लिए) संपन्न हुआ. आम सभा सह चुनाव में पर्यवेक्षक के रूप में राज्य संगठन से आये पवन कुमार गौतम, विनोद बिहारी प्रसाद, विजय कुमार का एसोसिएशन के लोगों ने स्वागत किया. आम सभा में नवनिर्वाचित अध्यक्ष विनोद कुमार, सचिव संजय कुमार, उपाध्यक्ष सुनील कुमार जायसवाल, सह सचिव आशुतोष कुमार, कोषाध्यक्ष जीतेश कुमार, संगठन सचिव आशिक अंसारी निर्विरोध निर्वाचित होने पर मुख्य चुनाव पदाधिकारी डॉक्टर सतीश पाठक ने प्रमाण पत्र देकर व माला पहना कर स्वागत किया. वहीं कार्यकारिणी सदस्यों के रूप में राजकिशोर साहू, मोहम्मद तारिक आजमी, मनोज कुमार साबू, गोपाल प्रसाद, मनोज कुमार, सुनील कुमार, रंजन कुमार मिश्रा, जनक महतो, राधेश्याम भगत, जयंत मुखर्जी, अमित जायसवाल, अरविंद कुमार श्रीवास्तव, अशोक कुमार मिश्रा, कुणाल गुप्ता, प्रिया रंजन को चुनाव पदाधिकारियों ने प्रमाण पत्र देकर व माला पहनाकर स्वागत किया. आम सभा में सचिव संजय कुमार ने 2021-24 सत्र में हुए कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किये. कार्यक्रम में मनोज कुमार साबू, अरविंद कुमार श्रीवास्तव, राकेश कुमार शर्मा, सुरेंद्र नारायण, दिनेश कुमार चौधरी, अमन लारा विश्वास, नवल किशोर, विवेक अधिकारी, मोहम्मद अरशद, मनोज गुप्ता, कृष्णा साहू, संजय कुमार गुप्ता समेत पूरे जिले के लगभग 84 दवा दुकानदार मौजूद थे.
बेवजह परेशान किया गया, तो दुकानें बंद करेंगे : अध्यक्ष
नवनिर्वाचित अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि संगठन के माध्यम से आने वाले दिनों में अपने अधिकार के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार रहना है. अपने स्वार्थ के लिए एक दो सदस्य जान-बूझ कर एक-दूसरे की शिकायत करते हैं, जो संगठन हित में ठीक नहीं है. ऐसे लोगों से सावधान व सचेत रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि ब्राउन शुगर, अफीम व गांजा का उपयोग आज कल के नौजवानों द्वारा किया जा रहा है. इनका भविष्य अंधकारमय है. उन्हीं के चलते आज सड़क हादसे से मौत की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इन नशेड़ियों के कारण दवा दुकानदारों को बेवजह परेशान किया जा रहा है. इसमें बेगुनाह दवा दुकानों को सस्पेंड कर दिया जाता है. इससे समाज में बदनामी होती है. इसका असर हमारे व्यवसाय में पड़ता है. इसका हम कड़े शब्दों में विरोध करते हैं. ड्रग इंस्पेक्टर से हम बेहतर तालमेल बनाये रखना चाहते हैं. अगर बेवजह हमारे सदस्यों को प्रताड़ित किया जाता है, तो हम इसका विरोध करेंगे. गुमला जिले की सभी दुकानों को एक दिन के लिए बंद करना पड़े, तो हम सब इसके लिए तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के समक्ष अपनी दवा दुकानदारों के हित में हमने विरोध दर्ज किया है, जिसका परिणाम है कि आज साल भर से अनावश्यक छापेमारी बंद हो गयी है. इससे दवा दुकानदारों को राहत मिली है. साथ ही भय का वातावरण समाप्त हुआ है. आप सभी भयमुक्त होकर व्यवसाय करें.
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