कुड़ू : चिकित्सकों तथा कर्मियों की कमी के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुड़ू में चिकित्सा व्यवस्था बदहाल हालत में है. अनुबंध पर कार्यरत कर्मियों के सहारे प्रखंड के लगभग 80 हजार आबादी की स्वास्थ्य सेवा टिकी हुई है़ आउटसोर्सिंग कर्मियों की सेवा वापसी के कारण स्वास्थ्य सेवा बेपटरी हो गयी है.
सीएचसी कुड़ू के अधीन संचालित स्वास्थ्य उपकेंद्रों, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र भगवान भरोसे चल रहे है़ं कुड़ू सीएचसी में ड्रेसर से लेकर चिकित्सकों की कमी, एएनएम, प्रशिक्षित दाई, डाटा आपरेटर, सफाईकर्मी तथा चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की कमी है़ बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग से लेकर जिला प्रशासन तथा सरकार चुप्पी साधे है.
सीएचसी कुड़ू में चिकित्सकों व कर्मियों की कमी: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुड़ू चार प्रखंडों चंदवा,कैरो, कुड़ू तथा चान्हो की लाइफलाइन मानी जाती है़ इसके अलावा एनएच के किनारे स्थित होने से सड़क हादसों के शिकार मरीज यहीं आते है़ं ओपीडी में यहां प्रतिदिन एक सौ मरीजों का इलाज तथा बीस दिसंबर तक 31 हजार मरीजों का इलाज हो चुका है.
इसके अलावा इमरजेंसी में 2810 मरीजों, महिला प्रसव कक्ष में 214 महिलाओं को संस्थागत प्रसव कराया जा चुका है़ कुड़ू सीएचसी में कार्यरत चिकित्सकों के सहारे 12 उपकेंद्र में आने वाले मरीजों के इलाज करने की जिम्मेदारी है. वर्तमान में चार चिकित्सक प्रभारी डॉ सुलामी होरो दो स्थानों के प्रभार में है.
कुड़ू तथा जिला आरसीएच पदाधिकारी के अलावा डॉ मर्सा टोपनो, डॉ अंजुला आईंद तथा डॉ मंजु गुप्ता, एक दंत चिकित्सक डॉ प्रेरणाश्रोत कार्यरत है. इसके अलावा कुड़ू में कार्यरत एक सिजेरियन ऑपरेशन विशेषज्ञ डॉ निरूपमा टोपनो को भंडरा सीएचसी में प्रतिनियुक्त कर दिया गया है़ एक माह पहले चिकित्सकों की कमी के बावजूद डॉ ओमप्रकाश गुप्ता का तबादला चाईबासा कर दिया गया़ कुड़ू में चिकित्सकों की कमी के बावजूद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुलाती होरो को हटाने की साजिश शुरू हो गयी है़