गुमला : गुमला के परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम-टू में झामुमो की बदलाव यात्रा हुई. इसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष भूषण तिर्की ने की. मुख्य अतिथि पूर्व सीएम हेमंत सोरेन थे. पालकी में बैठा कर उनका स्वागत करते हुए मंच तक लाया गया. सभा में हेमंत सोरेन सरकार पर जम कर बरसे.
झामुमो के बैनर तले गुमला के पीएइ स्टेडियम टू में आयोजित बदलाव यात्रा में 10 हजार से भी अधिक लोगों को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेने ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का चूहा हमारे झारखंड राज्य को कुतर-कुतर कर बर्बाद कर रहा है. अब वक्त आ गया है कि हम सभी झारखंडी एकजुट होकर बाहरी चूहों को सबक सिखायें और अपने राज्य से उसे खदेड़ दें. उन्होंने कहा कि सरकार हमारी जल, जंगल, जमीन और खनिज संपदा को लूट कर हमें गरीबी के जीवन में जीने को विवश कर रही है. इसे रोकने के लिए ही झामुमो पूरे राज्य में बदलाव यात्रा कर रही है, ताकि इस यात्रा के माध्यम से झारखंड की भाजपा सरकार को सत्ता से हटाया जा सके.
श्री सोरेन ने कहा कि भाजपा सरकार लोगों को आवास दे रही है. वह भी ऐसा आवास, जो एक गोहाल की तरह है. झामुमो की सरकार बनी, तो आवास बनाने के लिए तीन लाख रुपये देंगे, जो पानी, बिजली, शौचालय आदि मूलभूत सुविधाओं से परिपूर्ण होगा. उन्होंने कहा कि राज्य में चुनाव होने वाला है, इसलिए सरकार गैस बांट रही है और दूसरी रिफिल भी करा रही है.
परंतु यह सोचने वाली बात है कि इसके बाद कैसे होगा? दूसरी रिफिल भी खत्म हो जाती है, तो खुद की जेब से एक हजार रुपये लगा कर रिफिल करानी होगी. हम जब एक हजार रुपये में गैस ही रिफिल करायेंगे, तो खायेंगे क्या? सरकार तरह-तरह की योजनाएं चला रही है, परंतु बिना घूस दिये किसी भी गरीब को योजना का लाभ नहीं मिलता है. शौचालय बनाने के लिए 12 हजार रुपये दिये जा रहे हैं, जिसमें छह हजार रुपये तो मुखिया ही खा जा रहे हैं.
श्री सोरेन ने कहा कि राज्य में जब हमारी सरकार थी, तो हमने महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया, परंतु भाजपा सरकार महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने से इंकार कर रही है और महिलाओं पर अत्याचार भी बढ़ा है. हमारी सरकार बनी, तो हम दोबारा महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देंगे.
श्री सोरेन ने कहा कि राज्य में हमारी खुद की सरकार होगी, तो हम खुद से अपना और अपने बच्चों का सुनहरा भविष्य बना सकेंगे. यदि हमारी लड़ाई बाहरी विरोधी लोगों से होती है, तो हम उससे लड़ लेंगे, परंतु जो हमारे घर के अंदर हैं, वैसे विरोधियों को पहचानने की जरूरत है. हम एकजुट होकर राज्य में बदलाव ला सकते हैं, तभी हमारे पूर्वजों का अलग झारखंड राज्य का सपना साकार होगा. मंच का संचालन रंजीत सिंह सरदार ने किया.