गुमला : रायडीह प्रखंड के कोब्जा गांव निवासी लालू सोरेंग की मंगलवार को दिन के चार बजे वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गयी. जब लालू को वज्रपात का झटका लगा, तो परिजन व ग्रामीणों ने उसे तुरंत गोबर के ढेर में ढक दिया.
लोगों ने इस आशा से लालू को गोबर में ढका कि उसकी जान बच सके. लेकिन घंटों ढके रहने के बाद भी लालू की जान नहीं बच सकी. इधर, जब लालू को गोबर में ढके होने की सूचना पर रायडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर दिलीप खेस ने लालू को अस्पताल लाने के लिए एंबुलेंस गांव भेजा. लेकिन जबतक लालू को अस्पताल लाया जाता. उसकी मौत गोबर में ढके-ढके हो गयी थी.
ग्रामीणों ने बताया कि वज्रपात की चपेट में आने के बाद लालू गंभीर रूप से घायल हो गया था. वज्रपात के असर को कम करने के लिए गोबर के ढेर में गडढा खोदकर उसे उसमें ढक दिया गया था.
सिर्फ चेहरा दिख रहा था. बाकि शरीर का पूरा हिस्सा गोबर से तोपा गया था. ग्रामीणों का कहना था कि लालू को जिंदा करने की जिद में उसे गोबर में ढका गया था. क्योंकि गांव में इलाज की व्यवस्था नहीं थी. इसलिए ऐसा किया गया.