राधा-कृष्ण के वेश में बच्चों ने मोहा मन प्रतिनिधि, गोड्डाजिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक में श्री कृष्ण जन्माष्टमी शनिवार को धूमधाम से मनायी गयी. युवाओं द्वारा कई जगहों पर भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित की गयी है, जहां पूजा-अर्चना की तैयारी चल रही है. मध्य रात्रि को श्रीकृष्ण के जन्म के साथ ही मंदिर व पंडालों के पट खोल दिये जायेंगे. लोग जन्माष्टमी को लेकर भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में डूबे हैं. जानकारी हो की हर वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पूरे भक्तिभाव के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि के समय भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था. वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल 16 अगस्त शनिवार रात को श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जायेगा. इस दिन भक्त व्रत रखते हैं, बाल गोपाल का शृंगार करते हैं. उन्हें माखन, मिश्री, तुलसी पत्ते जैसी प्रिय वस्तुएं अर्पित करते हैं. जन्माष्टमी का उपवास शनिवार को है. जबकि अगले दिन जन्माष्टमी उत्सव मनाया जायेगा. दूसरी ओर शहर के भागलपुर रोड स्थित ठाकुरबाड़ी में जन्माष्टमी को लेकर उत्साह व भक्ति का माहौल है. यहां पर ठाकुरबाड़ी प्रबंधन द्वारा आकर्षक रोशनी के साथ सजावट की गई है. दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र में भी जन्माष्टमी को लेकर उत्साह है. शहर में कई जगहों भगवान की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जा रही है. पंडाल को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. सरकंडा युवा क्लब के द्वारा सरकंडा चौक के हनुमान मेदिर में जन्माष्टमी का आयोजन किया गया है. क्लब के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि जन्माष्टमी पर मटका फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है.
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