कंपनी के अधिकारियों से वार्ता की गयी, लेकिन कंपनी मुआवजा देने से इनकार कर रही थी. इस विवाद के कारण मृतक का शव भी वहीं पर पड़ा हुआ है. अब विभागीय मंत्री और सचिव से भी फोन पर वार्ता हुई. कंपनी ने दस लाख रुपये का मुआवजा देने की सहमति जतायी है. इसके बाद मजदूर का शव घर वापस लाने की प्रक्रिया की जा रही है.
घर का एकमात्र कमाऊ सदस्य था फलजीत
फलजीत महतो (45) घर का एकमात्र कमाऊ सदस्य था. दो माह पूर्व ही टावर लाइन में काम करने के लिए सऊदी अरब गया था. वहां पर काम करने के दौरान उसकी तबीयत बिगड़ी और अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गयी.
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