जमुआ थाना क्षेत्र के काजीमगहा गांव की 25 वर्षीय विवाहिता रेशमा खातून, पति मो मुमताज ने शनिवार को जमुआ थाना में एक आवेदन देकर कहा है कि मेरी शादी वर्ष 2019 में मुस्लिम अधिनियम के तहत मो मुमताज, पिता स्व मनीर आलम के साथ हुई थी. शादी हुए छह वर्ष बीत गये हैं, जिससे एक लड़का और दो लड़की हुई है. इस दौरान पति व अन्य परिजन तरह तरह से मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते रहे हैं. इस बीच मेरे नैहरवालों के साथ करीब 20 बार पंचायत हो चुकी है.
दहेज में रुपये मांगने का आरोप
इसमें बराबर दहेज में रुपये की मांग करते रहे. कहा है कि ये लोग करीब एक दर्जन लोगों के साथ 14 अप्रैल की रात 11 बजे मेरे कमरे में पहुंचे. वहां एक साजिश के तहत जान से मारने की नियत से मुझे फांसी पर लटकाया जा रहा था. अच्छा रहा कि रस्सी टूट गयी और मैं जमीन पर गिरकर बेहोश हो गयी. थोड़ी देर के बाद होश आया तो मैंने अपने मायकेवालों को फोन कर सारी बात बतायी.
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