इस दौरान डीसी ने दोनों महान व्यक्तित्व को याद करते हुए कहा कि एक ओर जहां गांधी जी के विचारों और संघर्ष ने भारत को आजाद कराने में बड़ी भूमिका निभाई, वहीं लाल बहादुर शास्त्री ने उनके विचारों को अपनाकर देश के निर्माण में बड़ी की भूमिका अदा की. अपने पूरे जीवन व्यवहार में महात्मा गांधी यदि सत्य-अहिंसा की प्रतिमूर्ति की तरह दुनिया के सामने आये, तो सादगीपूर्ण व्यक्तित्व के धनी लालबहादुर दृढ़ निश्चय से भरे कदम ने देश की सशक्त व आत्मनिर्भर छवि पेश की.
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