सदर अनुमंडल पदाधिकारी श्रीकांत यशवंत विस्पुते ने जिला प्रशासन और पुलिस ने मिलकर पूजा को सफल और शांति पूर्ण बनाने की तैयारी पूरी कर ली है. 160 दंडाधिकारी और करीब 600 अतिरिक्त पुलिस बल को अलग-अलग क्षेत्र में लगाया गया है. इनमे आरएएफ की टीम भी शामिल है. एसडीओ ने बताया कि संवेदनशील और अति संवेदनशील क्षेत्रों को भी विशेष चिह्नित किया गया है, जहां विवाद की आशंका बनी रहती है. इन जगहों पर अतिरिक्त पुलिस और दंडाधिकारी चौकसी बरत रहे हैं. उन्होंने कहा कि हुड़दंगियों पर विशेष नजर रखी जायेगी. पुलिस गश्ती दल क्षेत्र का जायजा ले रहे हैं. वहीं, पुलिस की बाइक गश्ती टीम भी निकल रही है. बाइक में पुलिस सायरन समेत अन्य चीजों की सुविधा भी दी गयी है.
कंट्रोल रूम से पूरे शहर पर रहेगी नजर, ड्रोन कैमरे से भी होगी निगरानी
एसडीओ ने बताया कि आयोजन पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम में बड़े एलइडी स्क्रीन लगाये गये हैं, जिनसे शहर के प्रमुख चौक-चौराहों, पूजा-पंडालों और भीड़ वाले इलाकों में लगाये गये सीसीटीवी कैमरों की लाइव मॉनिटरिंग होगी. संवेदनशील और अति-संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों ले की जायेगी. पूरे आयोजन की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी करायी जायेगी, ताकि किसी भी घटना या गतिविधि का रिकॉर्ड सुरक्षित रखा जा सके और बाद में उसकी समीक्षा हो सके. कहा कि पूजा के दौरान वे स्वयं लगातार क्षेत्र का भ्रमण करेंगे और स्थिति की समीक्षा करेंगे. वहीं, दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी भी हर पल अलर्ट मोड पर रहेंगे. सुरक्षा के साथ-साथ आपातकालीन सेवाओं पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. चिह्नित स्थलों पर एंबुलेंस के साथ मेडिकल टीम और फायर ब्रिगेड की टीमों की तैनाती कर दी गयी है. श्री विस्पुते ने श्रद्धालुओं और आम जनता से अपील की कि वे निश्चिंत होकर दुर्गा पूजा का आनंद लें.
विसर्जन को ले तालाबों में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन को लेकर भी जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. एसडीएम ने बताया कि तालाबों में सुरक्षा और स्वच्छता के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं, ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हो. सभी प्रमुख तालाबों में लाइट की व्यवस्था की गयी है. तालाबों की सफाई और गाद की निकासी हो चुकी है. सुरक्षा की दृष्टि से तालाबों के चारों ओर बैरिकेडिंग भी की गयी है, ताकि भीड़ नियंत्रित रहे और अफरातफरी नहीं मचे. एसडीओ ने बताया कि हर तालाब पर पुलिस बल की तैनाती रहेगी. विशेष तौर पर गोताखोरों की टीम भी लगायी गयी है. विसर्जन के समय भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है, जिनमें दंडाधिकारी और पुलिस बल होंगे. वहीं, तालाबों के पास एंबुलेंस और मेडिकल टीम भी मौजूद रहेगी,
ट्रैफिक व्यवस्था में भी किया गया है बदलाव
दुर्गा पूजा और विसर्जन के दौरान शहर में जाम की स्थिति से बचने के लिए प्रशासन ने इस बार ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया है. शहर की सात सड़कों को वन-वे कर दिया गया है. इनमें मोबाइल गली, टावर चौक से मधुबन वेजिस तक, मकतपुर चौक से बजरंग चौक तक, कालीबाड़ी से मकतपुर तक, बजरंग चौक से बीबीसी रोड तक, मछली पट्टी से बस स्टैंड तक और गांधी चौक से बड़ा चौक तक का मार्ग शामिल है. इसके साथ ही 30 सितंबर से तीन अक्तूबर तक सुबह नौ बजे से रात के गो बजे तक शहर में नो-इंट्री लागू रहेगी. इस दौरान भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा. एसडीओ ने बताया कि पूजा और विसर्जन के समय सड़कों पर लोगों की भीड़ रहती है. इसलिए ऐसी व्यवस्था की गयी है. कहा कि ट्रैफिक पुलिस व दंडाधिकारी सड़कों पर तैनात रहेंगे, ताकि लोगों को वैकल्पिक मार्ग की जानकारी दी जा सके और यातायात व्यवस्था सुचारु बनी रहे.पुलिस ने जारी किये मोबाइल नंबर
एसपी- 9431706326डीएसपी (मु०)-1- 9431386930डीएसपी (मु०)-2- 9431386930डीएसपी (साइबर), गिरिडीह- 9431427365एसडीपीओ सदर- 9006301796एसडीपीओ खोरीमहुआ- 8210183844एसडीपीओ डुमरी- 7004422343एसडीपीओ सरिया- बगोदर- 9599692304जिला नियंत्रण कक्ष-9693143157अग्निशमन विभाग- 9304953450डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

