नशे में धुत थे अपराधी, पकड़ाने के भय से मार डाला हवलदार को
गिरिडीह : पेशेवर अपराधियों ने नगर थाना के हवलदार राजवंश राम की निर्मम हत्या की थी. जिन अपराधियों ने हत्याकांड को अंजाम दिया था वे छिनतई-लूट जैसी अपराधिक घटनाओं में शामिल रहे हैं. इसकी जानकारी शनिवार की दोपहर को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने दी.
बताया कि हत्याकांड में शामिल रहे नगर थाना क्षेत्र के गद्दी मुहल्ला सबाना रोड़ के साकिब हुसैन (पिता जमील अहमद), भंडारीडीह आजाद नर्सिंग होम के पास के हैदर अली उर्फ मोनू (पिता मो़ इलियास अंसारी) तथा भंडारीडीह नियर जामा मस्जिद के मो़ तोहीद उर्फ गुड्डू (पिता अब्दुल खलीफ) को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं हत्या के दौरान हवलदार का लूटा गया मोबाइल एवं घटना में प्रयुक्त हथियार को बरामद कर लिया गया है. एसपी ने बताया कि कांड के उद्भेदन व हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी का गठन किया गया था.
हटिया से गुजरने के दौरान पकड़ा था अपराधियों ने : एसपी ने बताया कि घटना की सुबह (16 अगस्त) हवलदार राजवंश नगर थाना से टहलने के लिए निकले थे. जब वे हटिया के पास पहुंचे तो वहां पर पहले से शराब पीकर बैठे साकिब, हैदर और तौहीद गांजा पी रहे थे. अपराधियों ने हवलदार को देखा उन्हें लगा कि वह उसे पकड़ने आ रहा है.
इसके बाद तीनों ने राजवंश को पकड़ लिया और धारदार हथियार से हमला कर दिया. तीनों राजवंश पर तब तक वार करते रहे, जब तक उसने दम नहीं तोड़ दिया. बताया कि इस मामले को स्पीडी ट्रायल के लिए प्रस्ताव भेजा जायेगा, ताकि हत्यारों को जल्द सजा मिल सके.
चश्मदीद गवाह से करायी जायेगी पहचान : एसपी ने बताया कि जिस वक्त अपराधी हवालदार को मार रहे थे उस दौरान राजवंश ने मदद के लिए आवाज भी लगायी. तभी शौचालय में सो रहा एक व्यक्ति बाहर निकला, जिसने घटना को देखा. यह भी देखा कि तीनों हत्यारों का हाथ खून से सना हुआ है और एक व्यक्ति जमीन पर गिरा पड़ा है. इस चश्मदीद गवाह से तीनों अपराधियों की पहचान करायी जायेगी.