गिरिडीह : ओड़िशा निवासी मुर्गीदाना का व्यवसायी सह भेटनरी डॉक्टर मानस रंजन दास को पुलिस ने बुधवार को उनके परिजनों को सौंप दिया. मंगलवार की रात को आरा से लाने के बाद गिरिडीह पुलिस मानस को लेकर सीधा रांची पहुंच गयी. रांची में मानस को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया. इस दौरान आईजी मुरारीलाल मीणा, नवीन कुमार सिंह व हजारीबाग डीआईजी भीमसेन टूटी ने मानस से काफी देर तक पूछताछ भी की लेकिन मानस के अपहर्ताओं का अभी तक कोई सुराग नहीं चल पाया है.
पूछताछ में अपराधियों की जानकारी लिया. बताया जाता है कि मानस ने यह बताया कि अपहरण के बाद अपराधियों ने उसकी आंख में काली पट्टी बांध दी थी. काली पट्टी बंधने के बाद उसे चारपहिया वाहन के बीच के सीट के नीचे रख दिया. बाद में उसे एक कमरे के अंदर बन्द करके रखा गया था और इस दौरान भी उसके आंख में पट्टी बांधी गयी थी. अपराधियों ने उसके साथ कभी भी मारपीट नहीं की. उसे तीनों वक्त भोजन दिया जाता था. मंगलवार को उसकी आंख में पट्टी बांधने के बाद उसे कोइलवर थाना इलाके में छोड़ दिया गया था.