9.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

भवनाथपुर में पोटाश खनन पट्टे की नीलामी की निविदा 14 जून तक

भवनाथपुर में पोटाश खनन पट्टे की नीलामी की निविदा 14 जून तक

झारखंड के गढ़वा जिला के भवनाथपुर प्रखंड के चपरी पंचायत स्थित मुस्कैनियां पहाड़ी में बड़े पैमाने पर सर्वेक्षण में पोटाश का भंडार मिला था. भारत सरकार से इसके खनन की स्वीकृति मिलने के बाद केंद्रीय खनन मंत्रालय ने नीलामी के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है. गत 14 मार्च 2024 को बोली आमंत्रित किये जाने के आलोक में 20 मई से 14 जून के बीच खान मंत्रालय के पोर्टल पर खनन पट्टा नीलामी के लिए टेंडर डाला जाना है. तकनीकी बिड 18 जून को 12.30 बजे खोला जायेगा. खान मंत्रालय के इस निर्णय से भवनाथपुर के दिन बहुरने के आसार दिख रहे हैं. हालांकि जब-तक खनन का आदेश मिलने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी कहना उचित नहीं होगा.

वर्तमान में 116 एकड़ में होगा खनन : दरअसल मुस्कनिया गडरिया टोला में बरवारी पोटाश ब्लॉक के लिए 513 .63 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जानी है. इसमें भवनाथपुर, सिघीताली, मकरी,बरवारी, गडरिया टोला व बछुआ टोला की जमीन शामिल है. वर्तमान में 116 एकड़ में पोटाश के लिए खनन होना है. इसके बाद आवश्यकता पड़ने पर अधिग्रहित भूमि पर खनन किया जायेगा. यदि मुस्कैनिया पहाड़ी पर खनन की प्रक्रिया पूरी हो गया, तो भवनाथपुर के दिन फिर बहुरेंगे.

खदान का जीवन 15 वर्ष का होगा : एकिकृत बिहार में खान एवं भूतत्व विभाग में निदेशक के पद पर रहे केतार प्रखंड के पाचाडुमर निवासी टीएन मिश्रा ने भू वैज्ञानिक के साथ मिलकर 1967 से 1970 के बीच मुस्कैनिया पहाड़ी वह उसके आसपास के क्षेत्र की जांच-पड़ताल की थी. सरकार को सौंपी रिपोर्ट में कहा गया था की मुस्कैनिया पहाड़ी में जो पत्थर है वह अम्लीय मिट्टी के लिए उपयुक्त प्राकृतिक उर्वरक का एक स्थापित भंडार है. रिपोर्ट में लिखा गया है कि प्रतिवर्ष 360 काम दिवस रखते हुए उत्पादन प्रतिदिन 5000 टन उत्पादन हो, तो खदान का जीवन 15 वर्ष का होगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें