पोटका.
पोटका प्रखंड की ग्वालकांटा पंचायत अंतर्गत मोकना बुरु गिरा गांवता साहारजुड़ी द्वारा शिकार पर्व का आयोजन बुधवार को धूमधाम से किया गया. इस अवसर पर सोमवार को मोकना बुरु में परंपरा के अनुसार शिकार किया गया. मौके पर जंगल की तलहटी में रातभर सेंदरा पर्व मनाया गया. यहां सिंगराई का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि के रूप में पोटका के विधायक संजीव सरदार शामिल हुए. मौके पर विधायक संजीव सरदार ने कहा कि सेंदरा पर्व आदिवासी समाज का प्राचीन पर्व है. सेंदरा को आज भी आदिवासी लोग परंपरा के अनुसार मनाते आ रहे हैं. पहले सेंदरा पर्व पर समाज के लोग जंगली जानवरों का शिकार करते थे. वर्तमान में जंगली जानवरों की घटती संख्या को देखते हुए परंपरा को सांकेतिक रूप से मनाते हैं. झारखंड सरकार आदिवासी समाज के विकास को लेकर हमेशा गंभीर रही है. आदिवासी समाज के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के साथ आदिवासी समाज के उत्थान के लिए विभिन्न तरह की योजनाओं का संचालन भी सरकार द्वारा की जा रही है.योजनाओं का लाभ लेने की जरूरत
विधायक ने वह पंचायत, प्रखंड व विधायक कार्यालय के साथ झामुमो के कार्यकर्ताओं के संपर्क में रहें. इनसे सरकारी योजनाओं की जानकारी मिलेगी. उन्होंने मोकना बुरू गिरा गांवता को सेंदरा पर्व के आयोजन के लिए बधाई दी. यहां विधायक का स्वागत समिति ने जोरदार तरीके से किया. इस दौरान विधायक ने धोंगेड़ नृत्य दल के साथ आधा घंटे तक नृत्य किया. मौके पर पाट माझी बाबा शिवचरण हांसदा, साहारजुड़ी माझी बाबा चंद्रमोहन हेंब्रोम, चंदनपुर माझी बाबा राम हेंब्रोम, सालगाडीह माझी बाबा सुरय मार्डी, बुटगोडा माझी बाबा चंद्राय मुर्मू, झामुमो केंद्रीय सदस्य हीरामनी मुर्मू, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष सुधीर सोरेन, सचिव भुवनेश्वर सरदार आदि उपस्थित थे.
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