डुमरिया.
डुमरिया प्रखंड की कांटशोल पंचायत के मारांगसोंगा गांव के ग्राम प्रधान धानो हेंब्रम आम की बागवानी से हर साल हजारों कमा रहे हैं. पहाड़ी क्षेत्र होने के बावजूद धानो हेम्ब्रम ने आम की बागवानी के लिए जमीन तैयार की. सात वर्ष पूर्व आम की बागवानी शुरू की. बागवानी में तीन साल के बाद ही आम लगना शुरू हो गया. इससे धानो को एक नई उम्मीद जगी. इस साल पेड़ों में अधिक आम लगे हैं. धानो हेम्ब्रम को बेहतर कमाई की उम्मीद है. धानो बताते हैं कि इस बागवानी में उम्मीद भी नहीं थी कि हर साल एक मोटी रकम आयेगी. कुमड़ाशोल में लगने वाले बाजार, साप्ताहिक हाट व मुसाबनी में पके आम बेचते हैं. इस बार आम पकने में 15 से 20 दिन और लगेंगे. 50 से 60 हजार हर साल आम बेचकर कमा लेते हैं. कहते हैं साप्ताहिक बाजार में आम बेचते हैं. यहां कम दाम मिलता है. बड़े बाजारों से संपर्क नहीं होने के कारण हमें बेहतर दाम नहीं मिल पाता. बावजूद खुश हैं. धानो हेम्ब्रम ने बताया कि बगीचे में 160 आम के पेड़ हैं. इसमें 140 आम्रपाली है. साथ ही लगभग 150 नींबू के पौधे भी लगा रखे हैं.जंगली हाथी ने कुछ नुकसान पहुंचाया
जंगली हाथी ने आम के बगान को नुकसान पहुंचाया. पिछले रविवार की रात में एक जंगली हाथी घेरा तोड़कर पेड़ को तोड़ दिया और आम को खा गया. इसके अलावे कई क्विंटल आम तोड़कर बर्बाद कर दिया. इससे काफी नुकसान हुआ. हाथी ने केला के पेड़ों को भी तोड़ दिया.
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