जमशेदपुर/जादूगोड़ा.
पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने सोमवार को पोटका प्रखंड के सुदूरवर्ती भाटिन पंचायत अंतर्गत चाटीकोचा गांव का दौरा किया. उन्होंने दर्री पर बैठकर ग्रामीणों से बातचीत की और एक-एक कर उनकी समस्याएं सुनीं. ग्रामीणों ने यूसीआइएल से जुड़े पुनर्वास, मुआवजा, रोजगार और स्वास्थ्य समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराया. ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि रोजगार के अभाव में बेरोजगारी एक गंभीर समस्या बन गयी है.ग्रामीणों का कहना था कि कई परिवारों को अब तक मुआवजा और रोजगार नहीं मिला है. मृतक कर्मियों के परिजनों को अब तक अनुकंपा पर नौकरी नहीं दी गयी है. इस पर डीसी ने आश्वासन दिया कि सभी मुद्दों पर गंभीरता से कार्रवाई की जायेगी.डीसी ने टेंलिंग पॉन्ड का निरीक्षण किया
निरीक्षण के दौरान डीसी ने टेलिंग पॉन्ड का भी जायजा लिया. ग्रामीणों ने बताया कि यह जलाशय ओवरफ्लो होने पर जल स्रोत प्रदूषित करता है. ग्रामीणों ने पोटका के विभिन्न गांव में दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायत की. उन्होंने यह भी बताया कि गांव से सटे टेलिंग पॉन्ड के कारण हवा में उड़ने वाले यूरेनियम कचरे के धूलकण से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. चाटीकोचा के ग्रामीणों ने बेनशोल में प्रस्तावित पुनर्वास पर सहमति जतायी और डीसी से जल्द कार्रवाई की मांग की. डीसी ने चरणबद्ध तरीके से समाधान का आश्वासन दिया.मौके पर पोटका बीडीओ, यूसिल के अधिकारी डी हांसदा, महेश साहू, थाना प्रभारी राजेश कुमार मंडल, अभिषेक कुमार, मुखिया सीराम सोरेन, ग्राम प्रधान मेघराय सोरेन, पिथो मांझी, ईश्वर सोरेन, कुंवर हेंब्रम, शिखर बिरुली समेत सैकड़ो ग्रामवासी मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है