गुड़ाबांदा
. गुड़ाबांदा प्रखंड की काशियाबेड़ा-महेशपुर मुख्य सड़क बदहाल है. सड़क से जुड़े गांवों के लोग परेशान हैं. सबसे ज्यादा परेशान स्कूली बच्चे हैं. बच्चे कहते हैं कि साइकिल चलाने पर गिरकर घायल होते हैं. वहीं, सड़क पर उभरे पत्थरों के कारण पैदल चलने पर पैर दुखते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि शिकायत करने पर जनप्रतिनिधि शीघ्र मरम्मत की बात कहते हैं, लेकिन धरातल पर काम नहीं शुरू हो रहा है. सड़क निर्माण का प्रस्ताव अब तक फाइलों में अटका है. यह सड़क काशियाबेड़ा से महेशपुर के बीच कुड़ियान, जियान, झीलिंगडुंगरी समेत कई गांव के हजारों लोगों के आवागमन का मुख्य मार्ग है. सड़क पूरी तरह उखड़ गयी है. पत्थर निकल आये हैं. साइकिल, बाइक व चार पहिया वाहनों के परिचालन में दिक्कत आ रही है. सड़क पर उभरे पत्थरों के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है. उक्त सड़क का निर्माण सात साल पहले हुआ था. तब से मरम्मत नहीं हुई. यहां के लोगों में रोष है. ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क क्षेत्र वासियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. पिछले दो साल से सड़क बदहाल है. प्रशासन और जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे हैं.काशियाबेड़ा-महेशपुर सड़क पर पैदल भी चलना मुश्किल हो गया है. अक्सर गिरकर घायल होते हैं. स्कूल जाना जरूरी है. क्या करें?– कुंवर मार्डी, कक्षा 7 का छात्र
इस सड़क से हम लोगों को स्कूल जाने में बहुत मुश्किल होती है. यह सड़क कब बनेगी, पता नहीं ? पैदल चलना भी काफी मुश्किल है. – सोनामनीमार्डी, कक्षा 8 की छात्रा
सड़क जर्जर होने के कारण रोजाना स्कूल नहीं जाते हैं. पैर-हाथ दुखता है. हमारी परेशानी को देखने वाला कोई नहीं है.– सुमित्रा मुंडा, कक्षा 4, छात्रा
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