गालूडीह : मऊभंडार कारखाने से छोड़े गये विषैली गैस से गालूडीह से सटे बड़बिल गांव में करीब पचास एकड़ में लगी धान के पौधे मुरझा गये. करीब 25 किसानों के धान की फसल बर्बाद हो गयी है. इससे उनमें मायूस और हताश हैं. किसान हाबू गोप ने बताया कि पिछले दिनों मऊभंडार कारखाने से विषैली […]
गालूडीह : मऊभंडार कारखाने से छोड़े गये विषैली गैस से गालूडीह से सटे बड़बिल गांव में करीब पचास एकड़ में लगी धान के पौधे मुरझा गये. करीब 25 किसानों के धान की फसल बर्बाद हो गयी है. इससे उनमें मायूस और हताश हैं. किसान हाबू गोप ने बताया कि पिछले दिनों मऊभंडार कारखाने से विषैली गैस छोड़े गये थे. गैस छोड़ने के बाद ही धान की लहलहाती फसल झुलस गयी है.
धान के पौधे पीले पड़ गये हैं. बड़बिल गांव के किसान गौरांग भकत, मधुसूदन भकत, बंकिम भकत, लालटू मांझी, विजय सिंह, संजय गोप, सुनील गोप, हाबू गोप, सुवर्ण कालिंदी, विरिंजी कालिंदी आदि किसानों के खेत में लगे धान के पौधे झुलस गये हैं. किसानों ने कहा पचास एकड़ से अधिक जमीन में लगे धान के पौधे झुलस कर बर्बाद हो गये हैं. किसानों ने कहा घाटशिला के सीओ से लिखित शिकायत कर क्षतिपूर्ति की मांग की जायेगी. किसानों ने कहा जमा पूंजी खेत में लगा चुके हैं. फसल झुलस कर बर्बाद हो गयी. उत्पादन में भारी कमी है. इससे हम बैंकों का कर्ज चुकता नहीं कर पायेंगे. किसानों ने कहा प्रति वर्ष मऊभंडार कारखाने के विषैली गैस से किसान को नुकसान होता है.
किसान सभा करेगा विरोध-प्रदर्शन : किसान सभा के नेता दुलाल चंद्र हांसदा ने कहा कि कारखाने के विषैली गैस से किसानों को हो रही क्षति के खिलाफ किसान सभा आइसीसी कारखाने के पास विरोध प्रदर्शन करेगा. इसकी तैयारी की जा रही है. ब्लॉक में विरोध प्रदर्शन किया जायेगा.
विषैली गैस से बचाव के लिए पानी का छिड़काव करें
दारीसाई कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ यू प्रसाद, प्रदीप कुमार, डॉ देवाशीष महतो ने बताया कि विषैले गैस से बचाव के लिए किसान तत्काल धान के पौधों में दवाई स्प्रे करने वाली मशीन से पानी का छिड़काव करें. इससे फायदा होगा. पौधों में पानी लगने से गैस का प्रभाव कम हो जायेगा. अभी सप्ताह भर से वर्षा नहीं होने से भी गैस का प्रभाव ज्यादा हो रहा है. वर्षा होती तो गैस का प्रभाव खेती पर नहीं पड़ता.