दुमका. जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में जिला शिक्षा अधीक्षक-सह प्राचार्य आशीष कुमार हेंब्रम के निर्देशन में सकारात्मक विद्यालय वातावरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें दुमका जिले के पांच प्रखंड रामगढ़, रानीश्वर, सरैयाहाट, जरमुंडी एवं शिकारीपाड़ा के सभी संकुल से एक-एक शिक्षक ने भाग लिया. कार्यशाला का उद्घाटन प्रभारी प्राचार्य मधुश्री कुमारी एवं सभी संकाय सदस्यों ने सम्मिलित रूप से किया. मंच संचालन, स्वागत भाषण डायट संकाय सदस्य प्रियंकर परमेश ने किया. विषय प्रवेश कराते हुए उन्होंने बताया कि सकारात्मक विद्यालय वातावरण बनाने के लिए विद्यालय में किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. इसके लिए शिक्षक क्या कदम उठा सकते हैं. मधुश्री कुमारी ने सुरक्षा, सम्मान समावेशी एवं विद्यालय में सहयोगी भावना विकसित करने के लिए तथा शिक्षकों द्वारा छात्रों में विश्वास बहाली के लिए उठाए जाने वाले कदमों की चर्चा की. किशोर कुमार मंडल द्वारा सामाजिक भावनात्मक एवं नैतिक शिक्षण पर शिक्षकों को तथ्यों से अवगत कराया. रेखा साव द्वारा शिक्षक कल्याण एवं सहयोगी संस्कृति पर सभी शिक्षकों को सुझाव दिए गए. सुब्रत गोराई ने बताया कि सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए विद्यालय में किस प्रकार कार्य प्लान बनाया जाए. शिक्षकों का निबंधन एवं उपस्थिति में प्रकाश हेंब्रम एवं चांदनी कुमारी ने अपनी भूमिका निभायी. कार्यक्रम संचालन में सभी डायट संकाय सदस्य एवं सनातन टुडु की उल्लेखनीय भूमिका रही.
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