मसलिया. संताल आवासीय विद्यालय मसलिया में सोमवार को बच्चों के बीच प्रभात खबर ने साइबर अपराध के खिलाफ जनआंदोलन अभियान चलाया. इसमें एसपी महिला कॉलेज के प्रो डॉ हनीफ, एसबीआइ के शाखा प्रबंधक अरुण कुमार, एएसआइ चैतन्य किस्कू, शिक्षक डॉ महेश कुमार, विवेकानंद महतो, गौतम कुमार व असीम कुमार मंडल शामिल रहे. कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा साइबर ठगी का शिकार अक्सर लोगों के जानकारी के अभाव में होता है, जो व्यक्ति लालच में पड़ते हैं. कम समय में अधिक धन कमाना चाहते हैं. साइबर ठगी अक्सर शिकार बन जाते है. दिन प्रतिदिन साइबर ठग नए टेक्नोलॉजी का उपयोग कर लोगों में अपने झांसे में लाते है. इमेज भेज कर स्मार्ट फोन को हैक करते हैं. इसके बाद मोबाइल को साइबर ठग अपने नियंत्रण में कर लेते हैं. ठगी के नये-नये तकनीक से लोग फंस जाते हैं. पहले बेसिक तरीका हुआ करता था कि ओटीपी के जरिये लोगों के खाते से पैसा उड़ा लिए जाते थे. बैंक अधिकारी बन कर साइबर ठग लोगों को ठगते थे. आज हर घर में स्मार्ट फोन का इस्तेमाल हो रहा है, उनका उपयोग करना लोग सही तरीके से नहीं जानते है, जिसका फायदा साइबर अपराधी उठाते हैं. कहा लालच में न पड़े. अनजान व्यक्तियों को मोबाइल नहीं दें. अधिक समय तक अनजान व्यक्ति के साथ बात नहीं करें. क्या कहते हैं एक्सपर्ट प्रभात खबर का साइबर अपराध के खिलाफ जन आंदोलन अभियान सराहनीय है. इस क्षेत्र के लोग भोले-भाले हैं. कुछ होशियार लोग सुदूरवर्ती गांव में जाकर सर्वे के नाम पर आधार कार्ड बैंक पासबुक व मोबाइल नंबर संग्रह कर जामताड़ा जैसे क्षेत्र में बेच देते हैं. जिसका उपयोग साइबर अपराधी गलत तरीके करते हैं. बाद में पता चलता है कि निर्दोष लोग साइबर अपराध के मामले में तबाह हो गये. ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है. खासकर युवा व किशोर वर्ग को समाज के कुछ साइबर से जुड़े से अपने जाल में फंसाने के प्रयास में रहते हैं. कुछ पैसों के लोभ देकर आने और आकर्षित करते हैं. इस उम्र में बच्चों को संभालकर चलने चाहिए. माता-पिता व गुरुजनों के बताये रास्ते में चले कभी धोखा में नहीं पड़ेंगे. आपके उज्ज्वल भविष्य का दिशा दिखाने वाले गुरु होते हैं. अभियान में मिले सीख को अपने घर व समाज के लोगों तक पहुंचायें. डॉ हनीफ, एसपी महिला कॉलेज ,अंग्रेजी विभाग साइबर ठगों द्वारा ओटीपी जरिये लोगों के खाते से पैसों को उड़ाने का तरीका पुराना हो चुका है. नये तरीके में सामान्य बातचीत के दौरान ही आपका मोबाइल हैक कर लिए जाते है. कॉन्फ्रेंस कॉल के माध्यम से आप साइबर ठगी का शिकार हो जाते और आपको पता भी नहीं चलता है. मैसेज के जरिये लिंक भेजकर साइबर ठगों ने लोगों को आने झांसे में लेते हैं. इसमें किसी इमरजेंसी को दिखाया जाता है. वे पैसों की डिमांड करना शुरू कर देते हैं. अनावश्यक लिंक पर क्लिक न करें. ओटीपी शेयर न करें. ठगी हो जाने पर 1930 पर कॉल कर तुरंत शिकायत दर्ज करायें. तीन दिनों के अंदर शिकायत दर्ज होने पर गलत तरीके से भेजा गया पैसा को वापस करा दिया जाता है. यदि खाते में पर्याप्त पैसा हो तो वापस कर दिया जाता है. सात दिनों के अंदर शिकायत दर्ज होने के स्थिति में आधा पैसा बैंक के प्रक्रिया के बाद उनके खाते में आ जायेगी. अरुण कुमार, शाखा प्रबंधक, एसबीआइ मसलिया सजगता बेहद जरूरी है, चाहे वह कोई भी क्षेत्र हो. तकनीक के दौर में सुविधाएं बहुत हैं. पर उसका गलत इस्तेमाल करनेवाले भी बढ़ रहे हैं. यह बडी चुनौती है. कई बार ऐसा होता है कि साइबर अपराधी बैंक मैनेजर के नाम से फोन करेंगे और कहेंगे कि आपका खाता बंद हो जायेगा. आपके मोबाइल में मैसेज भेजा गया है, उस लिंक का उपयोग कर जानकारी उपलब्ध करायें, जिससे खाता को ठीक किया जा सके. ओटीपी बताते या लिंक में क्लिक करते ही आपका बैंक खाता खाली हो जाता है. ओटीपी शेयर करने व लिंक पर क्लिक करने से बचे. चेतन किस्कू, एएसआई ,मसलिया थाना प्रभात खबर द्वारा आयोजित साइबर जागरुकता अभियान में बच्चों को बहुत कुछ जानने का अवसर मिला. साइबर अपराध से संबंधित कई अहम जानकारी साझा की गयी. ठगों ने आज नयी नयी तकनीक का उपयोग करना शुरू किया है. ताकि लोगों को समझ में नहीं आये कि वे साइबर ठग हैं. मोबाइल के जरिये ही साइबर ठग घटना का अंजाम देते हैं. खास कर जानकारी के अभाव में लोग साइबर के शिकार बनते है. लालच में कभी न आयें. अन्यथा, साइबर अपराधी के झांसे में फंस जायेंगे. मोबाइल में अनावश्यक बात व लिंक पर टच नहीं करना चाहिए. डॉ महेश कुमार, शिक्षक ,संताल आवासीय विद्यालय मसलिया प्रभात खबर के साइबर जागरुकता अभियान काफी सराहनीय कदम है. अभिभावकों तक साइबर से संबंधित जानकारी पहुंचाया जायेगा. आज कल घर में बच्चे ही अधिक मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं. लोग लापरवाही और लालच के कारण हो साइबर के शिकार बनते हैं. सोच समझकर मोबाइल का इस्तेमाल करें. अनजान लोगों से बात न करें. मोबाइल का इस्तेमाल बेहद सावधानी से करें. लालच भरे मैसेज या इमेल के चक्कर में कभी नहीं पड़ना चाहिए, जो आपके करोड़पति बनाने का झांसा दे रहे हों. घर के बच्चों को भी जागरूक करें. ताकि लालच में न पड़ें. विवेकानन्द महतो, शिक्षक संथाल आवासीय विद्यालय मसलिया
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