दुमका. सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के कुछ बीएड कॉलेजों की एनसीटीई से मान्यता रद्द करने की विरोध में छात्र समन्वय समिति ने बुधवार को कुलपति डॉ बिमल प्रसाद सिंह और संबंधित बीएड कॉलेज के प्राचार्यों का पुतला दहन किया. आक्रोश-प्रदर्शन व पुतला दहन का नेतृत्व छात्र कर रहे छात्रनेता श्यामदेव हेंब्रम ने कहा कि विवि व संबंधित कालेज प्रशासन ने हमेशा उदासीनता दिखायी, इसलिए एनसीटीई के नॉर्म्स का पालन करने का प्रयास नहीं किया गया. पुतला दहन के दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए और मान्यता रद्द करने के फैसले को वापस लेने की मांग की. छात्रों का कहना है कि यह फैसला उनके भविष्य को खतरे में डाल देगा और उन्हें अपने करियर के बारे में चिंतित होने का कारण बनेगा. श्यामदेव हेंब्रम ने कहा कि सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय को चार संविदा बीएड कॉलेजों को एनसीटीई अधिनियम के तहत जो मान्यता रद्द कर दी गई है, वे कालेज 15 दिनों के अंदर सभी आवश्यक मानकों को पूरा करें कहा कि सभी बीएड कॉलेजों को मिलाकर करीब एक हजार छात्र अध्ययन कर रहे हैं. बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द होने से सभी छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा. छात्र नेता राजेंद्र मुर्मू ने कहा कि अगर विश्वविद्यालय होली के बाद एनसीटीई अधिनियम के तहत सभी मानकों को पूरा नहीं करती है तो अनिश्चितकालीन के लिए तालाबंदी की जाएगी. चार में से दो कॉलेज साहिबगंज और गोड्डा कॉलेज की बीएड मान्यता रद्द कर दी गई है, जबकि अन्य कॉलेजों को मान्यता समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पुतला दहन में रीतेश मुर्मू, दानिएल मुर्मू, सुमित सोरेन, सुशील हांसदा, दास सोरेन, संजय किस्कू, राजेश बास्की, सुनील हेम्ब्रम, बाबूधन टुडू आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

