काठीकुंड. पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे झारखंड के दुमका जिले के रानीश्वर प्रखंड को दुमका-मसानजोर-सिउड़ी रेल लाइन से जोड़ने की मांग को लेकर क्षेत्रवासियों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, झारखंड के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और दुमका सांसद को पत्र भेजा है. रविवार को उन्होंने अपनी इस मांग को लेकर दुमका सांसद नलिन सोरेन को पत्र सौंपा. रानीश्वर प्रखंड को एक अत्यंत पिछड़ा और दुर्गम क्षेत्र बताते हुए यहां विकास की गति बेहद धीमी होने का जिक्र किया गया है. क्षेत्र के 17 पंचायतों के हजारों लोग आज भी रोजगार और बेहतर जीवन की तलाश में पलायन करने को मजबूर हैं. यातायात के साधनों की कमी के कारण लोगों को 50 किलोमीटर दूर जाकर ट्रेन पकड़नी पड़ती है. मांग पत्र में उल्लेख है कि मसानजोर एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां कई राज्यों से पर्यटक आते हैं, लेकिन सड़क मार्ग और परिवहन की कमी के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. तातलोई गर्म जलकुंड और प्राकृतिक स्थल भी पर्यटन की दृष्टि से यहां बेहद महत्वपूर्ण हैं, जिन्हें उचित सुविधा मिलने पर विकसित किया जा सकता है. ग्रामीणों ने कहा कि रेल लाइन के विस्तार से न केवल क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा. किसानों को भी अपनी उपज अंतर्राज्यीय बाजारों तक पहुंचाने की सुविधा मिलेगी जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि होगी.
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