गले में लगकर ठुड्डी को फाड़ते हुए निकली गोली, कोलकाता रेफर, प्रिंस खान के गैंग पर शक
वरीय संवाददाता, धनबाद : बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के मटकुरिया रोड स्थित कार पार्ट्स की दुकान (कार सेंटर) के मालिक धोबाटांड़ निवासी दीपक अग्रवाल (44) को अपराधियों ने शनिवार की रात गोली मार दी. गोली उनकी गरदन में लगी और ठुड्डी को फाड़ते हुए बाहर निकली. घटना के वक्त दीपक अपनी दुकान में बैठे थे. गोली लगते ही वह जमीन पर गिर पड़े. मौके पर मौजूद उनके स्टाफ और अन्य दुकानदारों की मदद से उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. वहां से देर रात उन्हें कोलकाता के लिए रेफर कर दिया गया. मामला रंगदारी का बताया जा रहा है. घटना के बाद कई दुकानदारों ने बताया कि दीपक को पहले से रंगदारी के लिए धमकी मिल रही थी. वह अपनी दुकान पर बैठ भी नहीं रहे थे, लेकिन फिर से दुकान पर बैठने लगे थे. घटना में कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान का नाम आ रहा है. प्रिंस खान देश से बाहर भागा फिर रहा है, लेकिन अक्सर वह रंगदारी के लिए अपने गुर्गों से इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिलवा रहा है. पुलिस उस पर लगाम लगाने में विफल रही है. इधर धनबाद जिला चेंबर ने व्यवसायियों पर हंमले व रंगदारी के विरोध में रविवार को जिले के सभी दुकानें बंद रखने की घोषणा की हैं.
कैसे हुई घटना : प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शनिवार की रात करीब 8.45 बजे दीपक अपनी दुकान के काउंटर पर बैठे थे. सामने एक ग्राहक और उनका स्टॉफ मुंद्रिका प्रसाद भी मौजूद था. अचानक सामने से गोली चली और गोली दीपक की गर्दन में लगी. वह जमीन पर गिर गये. स्टॉफ को लगा कि उनका मोबाइल गिरा होगा. वह उसी को उठा रहे हैं. एक मिनट से ज्यादा समय तक गिरे रहने के बाद उसे शक हुआ. उसने काउंटर की तरफ देखा तो खून बह रहा था. शोर मचाने पर आसपास के दुकानदार पहुंचे और उन्हें एक ऑटो में बैठाया गया. उन्हें जोड़ाफाटक स्थित एक नर्सिंग होम ले जाया गया, जहां से उन्हें रेफर कर दिया गया. सिटी सेंटर स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराकर उनका इलाज शुरू कर दिया गया. बाद में वहां से कोलकाता ले जाया गया. चिकित्सकों के अनुसार उनकी हालत अभी भी गंभीर है. सूचना मिलते ही मारवाड़ी सामाज के कई लोग अस्पताल पहुंचे.
मफलर बांधे हुए थे हमलावर
एक दुकानदार ने बताया कि घटना के पहले वह दुकान के बाहर खड़ा था. उसी समय एक व्यक्ति अपने चेहरे पर मफलर बांध कर दुकान के सामने एक से दो मिनट तक घूमता रहा. उसके बाद अचानक गोली चला दी. गोली चलते ही उसके पास एक बाइक आयी और वह उस पर बैठ कर फरार हो गया. जब तक वह गाड़ी को धक्का देने के बारे में सोचता, बाइक सवार अपराधी भाग चुके थे.
पुलिस ने शहर में लगायी चेकिंग
गोली चलाने की घटना के बाद तुरंत कई थानाें की पुलिस सक्रिय हो गयी. बैंक मोड़ पुलिस के अलावा जिले के कई थाना की पुलिस कार सेंटर पहुंची और मामले की जांच शुरू की. इस दौरान डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर अरविंद बिन्हा भी पुलिस बल के साथ पहुंचे. यहां से पुलिस को एक खोखा मिलने की बात सामने आ रही है, लेकिन पुलिस अभी तक इस मामले में कुछ भी जानकारी देने से परहेज कर रही है.
मेजर ने ली घटना की जिम्मेदारी
एक तरफ धनबाद पुलिस नासिर उर्फ मेजर को पकड़ कर जेल भेज चुकी है, लेकिन दीपक अग्रवाल को गोली मारने के कुछ देर बाद ही फिर से मेजर के नाम से एक पत्र वायरल हो रहा है. इसमें घटना की जिम्मेदारी लेते हुए व्यवसायियों को धमकी दी गयी है कि जो भी रंगदारी नहीं देगा, उसका यही अंजाम होगा. पत्र में कई व्यापारियों का नाम भी हैं. इसमें पुलिस से कहा गया है कि जब तक छोटे सरकार का कोयला का काम करने नहीं दिया जायेगा, तब तक इस तरह की घटना होती रहेगी.
रणधीर वर्मा चौक पर आज चेंबर का महाधरना
धनबाद. व्यवसायियों पर हमले व रंगदारी के विरोध में रविवार को जिले की सभी दुकानें बंद रहेंगी. जिले के सभी 55 चेंबर ने इसका समर्थन किया हैं. जिला चेंबर महासचिव अजय नारायण लाल ने कहा कि रविवार को धनबाद के सभी व्यवसायी अपनी-अपनी दुकानें बंद कर सुबह 11 बजे रणधीर वर्मा चौक पर जुटेंगे. यहां महाधरना दिया जायेगा और आगे की रणनीति पर निर्णय लिया जायेगा. इधर, धनबाद जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष कृष्णा अग्रवाल ने बयान जारी करते हुए घटना की निंदा की. साथ ही कहा कि गिरती कानून-व्यवस्था चिंता का विषय है. धनबाद में कोई भी सुरक्षित नहीं है. झारखंड सरकार एवं स्थानीय प्रशासन को ऐसी घटना पर अविलंब संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करनी चाहिए.