भूली.
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय दिल्ली संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 28 जनवरी से 16 फरवरी तक आयोजित विश्व जन रंग महोत्सव के तहत कला निकेतन भूली के कलाकारों ने भरत मुनि द्वारा रचित ”” पंचम् वेद ”” नाट्य का मंचन कला निकेतन की रंगशाला में किया. निर्देशन बशिष्ठ प्रसाद सिन्हा ने किया. नाटक के दृश्यों में बताया गया कि सभी सामाजिक प्राणियों के लिए कला कितनी आवश्यक है. नाटक में अलंकार, रस, रूपक, मंच के भाग आदि के बारे में कथ्य के माध्यम से विधिवत जानकारी दी गयी. साथ ही भरत मुनि के 36 अध्यायों की नाटकों में उपयोगिता पर फोकस किया गया. अंत में भरत मुनि के इस वाक्य ‘वृद्धि हो इस राष्ट्र की, आशा सभी की पूर्ण हो, सृष्टि वह आनंद की जग में सदा संपूर्ण हो. धरती सदा फूले-फले ऊपर विमल आकाश हो, सज्जन रहें निर्भय सदा व दुर्जनों का नाश हो ” के साथ नाटक समाप्त होता है. नाटक के कलाकारों में आकाश सहाय, दीपक पंडित, प्रेम कुमार, सतीश कुमार पासवान, अंकित कुमार, राकेश कुमार, मुरलीधर महतो ,क्रान कुमार पासवान, धर्मवीर कुमार आदि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है