वरीय संवाददाता, देवघर . विभिन्न कंपनियों के कस्टमर अधिकारी बनकर लाभुकों से साइबर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ साइबर थाने की पुलिस ने किया है. इस मामले में चार युवकों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन सहित पांच सिमकार्ड बरामद किये गये हैं. गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर सभी को कोर्ट में पेश कराया गया और कोर्ट के निर्देश पर आरोपितों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
पुलिस मीडिया सेल से दी गयी जानकारी के अनुसार, सभी गिरफ्तार आरोपित सारवां थाना क्षेत्र के चरघरा व ललुवाडीह गांव के रहनेवाले हैं. गिरफ्तार आरोपितों में चरघरा गांव निवासी अजय कुमार दास सहित ललुवाडीह गांव के अजरुद्दीन अंसारी, जमरुद्दीन अंसारी व बुद्दीन अंसारी शामिल हैं. पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपित लाभुकों को कॉल कर उनके खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी प्राप्त करते थे और फिर उनके खाते से पैसे उड़ा लेते थे. इसके अलावा वे लोग पीएम किसान योजना का फर्जी लिंक भेजकर और बैंक सहित सरकारी अधिकारी बनकर फर्जी सिमकार्ड से कॉल कर ग्राहकों को झांसे में लेने के पश्चात बैंक डिटेल्स लेकर ठगी करते हैं. जब्त मोबाइल नंबरों की जांच करने पर पता चला कि आरोपितों के मोबाइल नंबरों के खिलाफ जेएमआईएस पोर्टल पर ऑनलाइन ठगी की शिकायतें दर्ज हैं. साइबर थाने की गठित विशेष टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर सारवां थानांतर्गत गोरेमारा जंगल के समीप झाड़ियों में छापेमारी कर इन आरोपितों को गिरफ्तार किया. सभी आरोपियों से पूछताछ कर पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि गिरोह का नेटवर्क कितने राज्यों तक फैला हुआ है. छापेमारी टीम में साइबर थाने के इंस्पेक्टर त्रिलोचन तामसोय सहित एसआइ विशेश्वर कुमार व सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे.हाइलाइट्स
॰आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कोर्ट में किया पेश, भेजा जेल॰चार मोबाइल फोन सहित पांच सिमकार्ड बरामद, मिले ऑनलाइन शिकायत
॰सारवां थानांतर्गत गोरेमारा जंगल के समीप झाड़ियों में पुलिस ने गुप्त सूचना पर की छापेमारीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है