चितरा. एसपी माइंस चितरा कोलियरी क्षेत्र में मंगलवार की अहले सुबह से रुक-रुक कर हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. मूसलाधार बारिश से कोलियरी प्रक्षेत्र के कई जगहों में जल भर गया. इससे कोलियरी को काफी नुकसान हुआ है. इस संबंध में कोलियरी अभिकर्ता उमेश प्रसाद चौधरी ने बताया कि मंगलवार को दो से तीन बजे तक 90 एमएम बारिश हुई है, जिससे दमगढ़ा खदान का कोयला फेस पूरी तरह से डूब चुका है. खनन कार्य पूरी तरह से बाधित है. द्वितीय पाली में कोयला उत्पादन शून्य हो गया है. मोटर पंप भी पानी में डूबा है, जिसे सुरक्षित स्थान पर रखने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि इस बारिश के कारण कोलियरी प्रबंधन को 20 लाख रुपये से ज्यादा का आर्थिक नुकसान हुआ है. वहीं, दूसरी ओर भारी बारिश के कारण कैजुअल मजदूर भी कोयला लोड करने नहीं पहुंचे. इससे रोड सेल तहत होने वाले कोयला ढुलाई भी बाधित रहा. वहीं, लोगों अपने घरों में घुसे रहे, रोड पर सन्नाटा पसरा रहा. जबकि ईसीएल कर्मियों के पुरानी कॉलोनी के कई सेंटर में भारी बारिश की वजह से काफी पानी भर गया, इतना ही कर्मियों के क्वार्टरों में बारिश का पानी घुस गया. इससे कोल कर्मियों को नुकसान हुआ. इसके अलावा चितरा के तिवारी टोला व अन्य कई लोगों के घरों में भी बारिश का पानी घुस जाने से काफी नुकसान हुआ. वहीं, चितरा-बस्ती-पालोजोरी मुख्य पथ स्थित आठ नंबर ओबी डंप के निकट सड़क फिर से जलमग्न की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इससे आवागमन पूरी तरह बाधित है. साथ ही तिवारी टोला स्थित काली मंदिर में भी पूरी तरह से पानी भर गया. साथ ही निचले हिस्से के खेतों में पानी भरने से खेती पर भी इसका असर हुआ है.
बारिश को लेकर सिकटिया बराज का खोला गया पांच गेट
चितरा. मूसलाधार बारिश होने कारण सिकटिया स्थित अजय नहीं का जलस्तर बढ़ता देख एहतियातन पांच गेट खोला गया है. इस संबंध में जेइ प्रमोद मरांडी ने कहा कि अजय नदी जल स्तर तेजी से बढ़ रहा था. एहतियातन पांच गेट खोला गया है. जिसमें लगभग 22 हजार 500 क्यूसेक पानी बहाया जा रहा है.हाइलाइर्ट्स: चितरा में हुई 90 एमएम बारिश दमगढ़ा खदान का कोयला फेस डूबा, दूसरी पाली में उत्पादन ठप
इसीएल कर्मियों के क्वार्टरों में व मंदिर में घुसा बारिश का पानीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

