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मेराज की पत्नी ने तीन थाने की पुलिस के खिलाफ दी मारपीट कर हत्या की शिकायत

मेराज की पत्नी ने तीन थानों की पुलिस के खिलाफ मारपीट कर हत्या का मामला दर्ज कराया है

प्रभात खबर टोली, पालोजोरी/देवघर :

देवघर जिले के पालोजोरी थाना क्षेत्र अंतर्गत दुधानी गांव निवासी मेराज अंसारी की पुलिस हिरासत में हुई मौत को लेकर परिजनों ने गंभीर आरोप लगाये हैं. मृतक की पत्नी मलिना खातून ने पुलिस पर पति की पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने के लिये 23 मई को ही आवेदन अल्पसंख्यक आयोग टीम के समक्ष रिसिव करायी है. इस आवेदन की प्रतिलिपि राज्य के मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग और अन्य वरीय अधिकारियों को भी भेजी है. हालांकि मलिना की शिकायत पर पालोजोरी थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई या नहीं, यह जानकारी नहीं मिल सकी है. मामले में पुलिस भी कुछ नहीं बता रही है. मामला गंभीर होने के बाद सोमवार को दुमका के सांसद नलिन सोरेन, सारठ विधायक उदयशंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह समेत कई स्थानीय जनप्रतिनिधि मृतक के घर पहुंचे और परिजनों को न्याय का भरोसा दिलाया.

क्या है मलिना खातून का आरोप

मलिना खातून का आवेदन पालोजोरी थाना प्रभारी ने 23 मई को ही रिसिव किया है. उसके आवेदन के अनुसार, 21 मई की दोपहर करीब 1:00 बजे अचानक पुलिस की एक बड़ी टीम उनके घर पहुंची. टीम में सारठ थाना प्रभारी सूरज कुमार, पालोजोरी थाना प्रभारी प्रभात कुमार एवं साइबर थाना देवघर के पुलिसकर्मी शामिल थे. ये सभी लगभग 25 की संख्या में तीन स्कॉर्पियो, एक पेट्रोलिंग गाड़ी और चार-पांच बाइक पर सवार होकर सिविल ड्रेस में सारठ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के निर्देश पर पहुंचे थे. मलिना का आरोप है कि पुलिस ने बिना कोई स्पष्ट कारण बताये, उनके पति मेराज अंसारी को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. पुलिसकर्मियों ने डंडों, लात-घूसों से बर्बरतापूर्वक मारपीट की. विरोध करने पर परिजनों को धमकी दी गयी कि सबको बर्बाद कर देंगे. मारपीट करते हुए मेराज को पुलिस जबरन गाड़ी में डालकर सारठ ले गयी, साथ ही तीन अन्य लोगों को भी राह चलते उठाकर साथ ले गयी. पत्नी का दावा है कि थाना परिसर में भी उनके पति के साथ अमानवीय तरीके से मारपीट की गयी, जिससे वे बेहोश हो गये. जब मेराज की हालत गंभीर हुई तो पुलिसकर्मी आनन-फानन में उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुरचुरा ले गये, जहां से उन्हें सदर अस्पताल देवघर रेफर किया गया. वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मलिना खातून ने साफ तौर पर कहा है कि यह एक सोची-समझी साजिश और पुलिस की मिलीभगत से की गयी हत्या है. उन्होंने दोषी पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है.

तीन थानेदारों के निलंबन का आदेश दे चुके हैं आइजी

संताल परगना के जोनल आइजी क्रांति कुमार गड़देशी साइबर थाना प्रभारी सहित सारठ व पालोजोरी थानेदार को निलंबित कर मामले की जांच का आदेश प्रमंडल के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआइजी) अंबर लकड़ा को दे चुके हैं. आइजी से प्राप्त निर्देश के आलोक में कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में सारठ थाना प्रभारी सूरज कुमार और पालोजोरी थाना प्रभारी प्रभात कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर डीआइजी ने देवघर एसपी कार्यालय को आदेश 22 मई को ही भेज दिया है. साथ ही, डीआइजी ने कहा है कि देवघर साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सहदेव प्रसाद की भूमिका की जांच की जा रही है. आदेश में स्पष्ट किया गया है कि दोनों थाना प्रभारियों ने पूछताछ से पहले मेराज की स्वास्थ्य स्थिति की जांच नहीं करायी, जो गंभीर लापरवाही की श्रेणी में आता है.

हाइलाइट्स

मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग के अलावा पुलिस के अन्य पदाधिकारियों को भेजी आवेदनपत्नी का गंभीर आरोप पुलिस ने बेरहमी से पीट-पीटकर की हत्या

दुमका सांसद व सारठ विधायक ने मृतक परिजनों से मिलकर दिया न्याय दिलाने का भरोसा

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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