चतरा. जिले का एकमात्र बस स्टैंड का विश्रामगार भवन कई वर्षों से अधूरा है. विश्रामागार निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. जाड़ा, गर्मी व बरसात के महीने में यात्रियों को खुले आसमान के नीचे खड़ा होकर बसों का इंतजार करना पड़ता है. सबसे अधिक परेशानी बरसात के दिनों में होती है. नगर पालिका हर वर्ष बस स्टैंड से नीलामी कर लाखों रुपये की वसूली करती है. इसके बाद भी बस स्टैंड में कोई बुनियादी सुविधा उपलब्ध नहीं है. पानी, शौचालय व अन्य सुविधा नहीं रहने से दूर दराज से आने वाले यात्रियों व चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. संवेदक ने विश्रामागार का आधा अधूरा कार्य कर छोड़ दिया है. संवेदक का कहना है कि विभाग से भुगतान नहीं होने के कारण कार्य बंद कर दिया है. कई बार भुगतान को लेकर नगर पालिका व उपायुक्त से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आज तक भुगतान नहीं हुआ. भुगतान से अधिक कार्य किया गया है, जिसके कारण कार्य अधूरा है. बरसात आने में कुछ ही दिन शेष रह गया है. शौचालय की सुविधा नहीं होने से यात्री खुले में शौचालय जाते हैं. खास कर महिला यात्रियों को काफी परेशानी होती है. यहां से कई राज्यों का बसों का आवागमन होता है.
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