: वर्ष 2003 में माओवादी कमांडर दीपक गंझू के दस्ते में शामिल हुआ था : बाद में दस्ता छोड़ दिया और दूसरे प्रदेश में कमाने चला गया जोरी. वशिष्ठ नगर थाना क्षेत्र के करैलीबार पंचायत के केवाल गांव में शुक्रवार की शाम पुलिस टीम पर गोली चलाने वाले मुंगेश्वर गंझू को शनिवार को जेल भेज दिया गया. पूछताछ के दौरान मुंगेश्वर ने पुलिस को बताया कि 18 वर्ष की उम्र में वर्ष 2003 में तत्कालीन माओवादी कमांडर दीपक गंझू के दस्ते में शामिल हुआ था. तीन वर्षों तक दीपक गंझू के दस्ते में रह कर खाना बनाने का काम किया. इस दौरान माओवादी दस्ते से ही कट्टा लेकर वर्ष 2006 में वापस अपने गांव आ गया. फिर कभी माओवादी दस्ते में शामिल नहीं हुआ. 15-16 वर्षों तक दूसरे प्रदेशों में जाकर काम किया. इस दौरान प्रदेश से जब भी घर आता, तब छिपा कर रखे गये अपने कट्टा को लेता और जंगल जाकर उसकी सफाई करता. कुछ दिन गांव में रहने के बाद प्रदेश चला जाता. इसी तरह शुक्रवार को भी कट्टे की साफ-सफाई को लेकर एक सुनसान स्थान की ओर जा रहा था, तभी पुलिस टीम को देखा. उस समय शराब के नशे में था, इसलिए पीछा कर रहे पुलिसकर्मी पर फायरिंग कर दी. मुझे नहीं पता था कि मैंने गोली क्यों चलायी और किस पर चलायी. मजबूरी में नहीं शौक से मैं माओवादी दस्ते में शामिल हुआ था. लेकिन मात्र तीन-चार वर्षों के बाद लौट आया. थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि अपराधी प्रतिबंधित नक्सली संगठन माओवादी का सदस्य रहा है. इसके आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है. उसने चौकीदार को टारगेट कर गोली चलायी थी.
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