जैंतगढ़.
देवझर के जोड़ा ब्लॉक स्थित जिंदल स्टील एंड पावर के खिलाफ 42 सूत्री मांग को लेकर ग्रामीणों का दूसरे दिन भी विरोध-प्रदर्शन जारी रहा. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण बारी-बारी से धरना दे रहे हैं. बुधवार को देवझर, कीताबेड़ा, सियालजोड़ा और गोवर्द्धनपुर के ग्रामीण विरोध प्रदर्शन के लिए कंपनी गेट के सामने बैठे हैं. प्लांट के दोनों गेटों पर बैरिकेडिंग कर कंपनी के कर्मचारियों को अंदर नहीं जाने दिया गया. ग्रामीणों ने कंपनी के अंदर से गाड़ियों को बाहर नहीं निकलने दिया. प्लांट का परिचालन प्रभावित हुआ है. ग्रामीणों का आरोप है कि प्लांट के लिए भूमि अधिग्रहण के समय कई वादे किये गये थे. बाद में कंपनी ने वादा पूरा न कर विस्थापितों के साथ धोखा किया. ग्रामीणों की मांगों में विस्थापित परिवारों को रोजगार, विस्थापित कॉलोनियों में 550 वर्ग फीट के पक्के मकान, बोरवेल, सड़क निर्माण के साथ हर प्रभावित परिवार को 20 डिसमिल जमीन का प्रावधान, स्थानीय बेरोजगारों को स्थायी रोजगार आदि शामिल हैं.प्रदूषित पानी को पीकर बीमार पड़ रहे मवेशी
ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार मांग के बाद भी कंपनी ने विस्थापितों की मांगों को अनसुना कर दिया. ग्रामीणों ने कहा कि धूल-कण से बचने के लिए सुचारू रूप से पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है. प्रदूषण रोकने की पहल भी नहीं हो रही है. ग्रामीणों के अनुसार, प्रदूषित पानी भी छोड़ दिया जा रहा है, जिसे पीकर मवेशी बीमार पड़ रहे हैं. इस पानी से खेतों की उर्वरा शक्ति घट रही है. इस संबंध में कंपनी के अधिकारियों का पक्ष लेने की कोशिश की गयी, लेकिन नहीं मिल सका.
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