फुसरो. करगली ऑफिसर्स क्लब में सोमवार को संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा की बैठक एआइटीयूसी के बीएंडके एरिया अध्यक्ष सुजीत घोष की अध्यक्षता में हुई. नौ जुलाई को होने वाले देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने को लेकर रणनीति बनायी गयी. श्री घोष ने कहा कि कोल इंडिया के मजदूरों के अस्तित्व को बचाने के लिए हड़ताल को सफल बनाना जरूरी है. सरकार श्रम सुधार के नाम पर श्रमिकों को अधिकारों से वंचित कर रही है. सरकार जब तक चारों संहिताओं को रद्द नहीं करेगी, यह लड़ाई जारी रहेगी. आरसीएमयू के बीएंडके अध्यक्ष दिगंबर महतो व सचिव सुबोध सिंह पवार ने कहा कि केंद्र सरकार ने मजदूरों के हित में बने 44 श्रम कानूनों को समाप्त कर मजदूरों को गुलाम बनाने वाला चार श्रम कोड लाया. देश के मजदूर गुलामी के प्रतीक इस श्रम कोड को स्वीकार नहीं करेंगे. सीएमयू ढोरी सचिव आर उनेश व सीटू ढोरी सचिव गोवर्धन रविदास ने कहा कि केंद्र सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों की इकाइयों को बेचने की दिशा में साजिश रच रही है. आउटसोर्सिंग के माध्यम से कोयला खदानों को निजी हाथों में बेचा जा रहा है.
ये कार्यक्रम हुए तय
अन्य वक्ताओं ने कहा कि हड़ताल को सफल बनाने को लेकर सीसीएल के ढोरी, बीएंडके व कथारा एरिया की सभी परियोजनाओं में नुक्कड़ नाटक व पिट मीटिंग का आयोजन किया जायेगा और विरोध पर्चा वितरण किया जायेगा. आठ जुलाई को मशाल जुलूस निकाला जायेगा. मौके पर बृजबिहारी पांडेय, जवाहरलाल यादव, अभाषचंद्र गांगुली, मनोज पासवान, राजेश्वर सिंह, बुटल महतो, एसके आचार्या, श्यामनारायण सतनामी, सुरेश शर्मा, मनोज मंडल, एमके सिंह, कमलेश गुप्ता आदि थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

