बोकारो थर्मल. बोकारो थर्मल के सीसीएल कारो स्पेशल फेज दो स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय महज एक हेडमास्टर राम दुलार राम के भरोसे चल रहा है. कक्षा आठ तक के बच्चों की पढ़ाई, स्कूल के सभी कार्य और मिड डे मिल की व्यवस्था उन्हीं के जिम्मे है. इसके कारण पढ़ाई का कार्य जैसे-तैसे चल रहा है.
वर्ष 1985 में इस स्कूल की स्थापना प्राथमिक विद्यालय के रूप में हुई थी और उस समय हेडमास्टर के अलावा तीन पारा शिक्षक थे. वर्ष 2006 में स्कूल को अपडेट किया गया. पारा शिक्षक शशिकांत तिवारी एवं शेख सलीम की नियुक्ति स्थायी हो जाने के बाद दोनों का तबादला वर्ष 2016 में हो गया तथा एक अन्य पारा शिक्षक अशोक कुमार महतो का उच्च विद्यालय में नियुक्ति के बाद वर्ष 2019 में तबादला कर दिया गया. इसके बाद बीच-बीच में तीन माह के लिए यदा-कदा प्रतिनियुक्ति पर शिक्षक भेजा जाता है, परंतु स्थायी रूप से एक भी शिक्षक की पदस्थाना नहीं की गयी है.एक-एक कमरे में चलती हैं दो-दो कक्षाएं :
इस स्कूल में कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई होती है. वर्तमान में बच्चों की संख्या 130 है. स्कूल में महज चार कमरे हैं. कमरों की कमी के कारण एक-एक कमरे में दो-दो कक्षाओं के बच्चों को बैठाया जाता है. छात्रा शिवानी कुमारी, खुशी कुमारी, ललिया कुमारी, अंजली कुमारी, चांदनी कुमारी आदि का कहना था कि शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई नहीं हो पाती है. सरकार और विभाग के पदाधिकारियों का ध्यान इस पर नहीं है. हेडमास्टर एक दिन में एक कक्षा के बच्चों को मात्र एक घंटी ही पढ़ाई कराते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है