मंत्रालय द्वारा पत्र के माध्यम से ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव को इस बाबत दी गयी सूचना
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मंत्रालय ने दी 1605 करोड़ रुपये
मंत्रालय द्वारा पत्र के माध्यम से ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव को इस बाबत दी गयी सूचना ऊर्जा मंत्री ने राशि आवंटन के लिए रेल एवं वित्त मंत्री को दी बधाई कहा, उक्त खंड में रेल निर्माण से विकास को मिलेगी गति बढ़ेगी यातायात की सुविधा, किसान भी होंगे संपन्न सुपौल : कोसी एवं सीमांचल […]
ऊर्जा मंत्री ने राशि आवंटन के लिए रेल एवं वित्त मंत्री को दी बधाई
कहा, उक्त खंड में रेल निर्माण से विकास को मिलेगी गति
बढ़ेगी यातायात की सुविधा, किसान भी होंगे संपन्न
सुपौल : कोसी एवं सीमांचल वासियों के लिये भारत सरकार के रेलवे मंत्रालय ने एक बड़ी खुशखबरी दी है. मंत्रालय द्वारा जारी घोषणा के मुताबिक सुपौल से अररिया के बीच रेल लाइन निर्माण का मार्ग अब सुलभ हो गया है. रेल मंत्रालय ने इस रेलखंड के निर्माण के लिये 01 हजार 605 करोड़ 17 लाख रुपये की राशि के आवंटन की स्वीकृति दे दी है. रेल मंत्रालय के पदेन सचिव एवं इंजीनियरिंग रेलवे बोर्ड के सदस्य एमके गुप्ता ने बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव को इस बाबत पत्र निर्गत कर राशि के आवंटन की सूचना दी है. जारी पत्र के मुताबिक सुपौल-अररिया रेलखंड के लिये जमीन अधिग्रहण के साथ ही निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा.
मंत्रालय ने बिहार सरकार को उक्त रेलखंड में जमीन उपलब्ध कराने का जिम्मा दिया है. मालूम हो कि सुपौल से भाया अररिया होते गलगलिया तक रेल लाइन निर्माण के प्रस्ताव को रेल मंत्रालय द्वारा पूर्व में ही स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है. जिसके तहत अररिया से गलगलिया के बीच रेल निर्माण के लिये पूर्व में राशि भी आवंटन कर दिया गया है. बहरहाल सुपौल-अररिया रेलखंड में रेलवे के निर्माण की खबर से जिला वासियों में हर्ष का माहौल व्याप्त है. उन्हें उम्मीद है कि इस रेलखंड का निर्माण शीघ्र कर लिया जायेगा. जिसके बाद स्थानीय लोगों को सुपौल से अररिया व पूर्वोत्तर के अन्य क्षेत्रों में जाना सुलभ हो जायेगा. रेल यातायात बढ़ने से आवागमन की सुविधा के साथ ही आर्थिक संपन्नता भी क्षेत्र में आयेगी. वहीं किसानों की उपज को भी बड़ा बाजार मिलेगा. जिससे किसानों में भी खुशहाली आयेगी.
अररिया रेलखंड निर्माण से विकास को मिलेगी गति : विजेंद्र
बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने रेल मंत्रालय से इस बाबत पत्र प्राप्त होने के बाद खुशी का इजहार किया है. साथ ही इसके लिये रेल मंत्री पियूष गोयल को बधाई दी है. मंत्री श्री यादव ने रेल मंत्री के अलावा वित्त मंत्री अरूण जेटली को भी बधाई दी है. उन्होंने बताया कि श्री जेटली जब वित्त एवं रक्षा मंत्रालय के प्रभार में थे, तभी उन्होंने इस रेलखंड को राष्ट्रीय सुरक्षा के ख्याल से महत्वपूर्ण बताते हुए प्राथमिकता देने की बात कही थी. ऊर्जा मंत्री श्री यादव ने सुपौल-अररिया रेलखंड निर्माण के लिये राशि आवंटन पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि उक्त रेलखंड के निर्माण से पिपरा, त्रिवेणीगंज, जदिया, रानीगंज, नरपतगंज आदि इलाके के लोगों को काफी लाभ मिलेगा. यह इलाका आर्थिक केंद्र माना जाता है. जहां बहुतायत में किसानों का उत्पादन होता है. रेल निर्माण से आमलोगों के साथ ही किसानों के विकास की गति बढ़ेगी और यातायात की सुविधा के साथ ही उन्हें आर्थिक समृद्धि भी हासिल होगी. मंत्री ने बताया कि अररिया से गलगलिया रेलखंड के लिये पूर्व में ही 800 करोड़ की राशि प्रदान की जा चुकी है. उन्होंने इस रेलखंड को सीमा सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी काफी अहम बताया. कहा कि इस खंड में रेलवे के निर्माण से गोहाटी से दिल्ली जाने के लिये रेलवे का नया विकल्प भी उपलब्ध हो जायेगा.
सुपौल से त्रिवेणीगंज होते अररिया तक चलेगी ट्रेन
सुपौल से अररिया के बीच रेल लाइन निर्माण से विशेष तौर पर पिपरा, त्रिवेणीगंज, जदिया एवं अररिया जिले के रानीगंज, नरपतगंज आदि इलाके के लोगों को काफी सुविधा होगी. गौरतलब है कि यह इलाका अब तक रेलवे की सुविधा से वंचित है. जानकारी अनुसार निर्माणाधीन रेलखंड में त्रिवेणीगंज, जदिया, अररिया जिले के रानीगंज में रेलवे स्टेशन का निर्माण किया जायेगा. कुल 92 किलोमीटर लंबे इस रेलखंड के निर्माण की सूचना से रेलवे से वंचित इन इलाकों के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गयी है. गौरतलब है कि इस क्षेत्र के लोगों द्वारा वर्षों से इस इलाके में रेल का निर्माण करने एवं क्षेत्र को रेल नेटवर्क से जोड़ने की मांग की जा रही थी.
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