पुपरी. कृषि विज्ञान केंद्र बलहा मकसूदन सीतामढ़ी एवं डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा, समस्तीपुर के संयुक्त प्रयास से बुजुर्ग महिलाओं एवं पुरुषों के बेहतर स्वास्थ्य हेतु जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा, समस्तीपुर के प्राध्यापक डॉ वीणा शाही ने दीप प्रज्वलित कर किया. उन्होंने कहा कि जब पुरुष अथवा महिलाओं की उम्र 60 वर्ष के आसपास आ जाती है तो उस समय सुनियोजित दिनचर्या काफी आवश्यक होती है. इसके तहत मुख्य रूप से संयमित खान पान, व्यायाम की जरूरत होती है. इस उम्र में चिंता नहीं करनी चाहिए. इसके लिए घर के छोटे बच्चों के साथ मनोरंजन, परिवार के सदस्यों के साथ बैठकर वार्तालाप से भी मानसिक चिंतन कम होती है. वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ राम ईश्वर प्रसाद ने कहा कि चिंता कम करने के लिए हेतु बेहतर स्वास्थ्य का होना आवश्यक है जो नियमित हरी सब्जी, आसानी से उपलब्ध होने वाले फल जैसे पपीता, निंबू, अमरुद, जामुन आदि का नियमित उपयोग कर रोगों से बचा जा सकता है. कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी सह गृह वैज्ञानिक डॉ सलोनी चौहान ने सरसों तेल का मालिश एवं सर्दी के समय गुनगुने पानी से स्नान करने की सलाह दी. कहा कि केला, एलोवेरा, नारियल तेल का पेस्ट बनाकर उपयोग करने से भी शरीर के झुर्रियां कम की जा सकती है. इससे मानसिक तनाव कम होता है. पशु चिकित्सा वैज्ञानिक डॉ किंकर कुमार एवं उद्यान वैज्ञानिक मनोहर पंजीकार ने कब्ज, रक्तचाप, शुगर, आदि बीमारियों से बचने व नियंत्रण के लिए नियमित रूप से मशरूम का सेवन करने की बात कही. कृषि प्रसार वैज्ञानिक डॉ पिनाकी रॉय, डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा से आये छात्र श्रुति सिंह, मोनिका कुमारी व संतोष कुमार ने भी आवश्यक सुझाव दिये. मौके पर सुबोध कुमार, रागनी कुमारी, संजय कुमार व सुनीता देवी समेत बड़ी सुख्या में महिला व पुरुष बुजुर्ग शामिल मौजूद थे.
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