सीतामढ़ी : प्रतिबंधित आपराधिक संगठन बिहार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी व परशुराम सेना के चीफ संतोष झा की हत्या के बाद गैंगवार की आशंका बढ़ गयी है. फिलहाल जेल में बंद संतोष के समर्थकों के टारगेट पर शूटर विकास महतो है.
इसका स्पष्ट प्रमाण है कि बुधवार को विकास महतो को स्थानीय व्यवहार न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया, जहां जेल अधीक्षक से विकास की जान का खतरा होने की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए विकास को रातों-रात खुदीराम बोस सेंट्रल जेल, मुजफ्फरपुर भेज दिया. जिला प्रशासन को सूचना मिली कि जेल में बंद संतोष के समर्थकों ने विकास महतो की हत्या की साजिश रची है. इसमें मुख्य रूप से शातिर अपराधी विकास झा उर्फ कालिया का नाम सामने आ रहा है.
इधर, घटना के बाद फरार एक आराेपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस सीतामढ़ी, शिवहर व मोतिहारी में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. उधर, संगठन के प्रवक्ता राजा मिश्रा ने प्रभात खबर को कॉल कर बताया कि घटना के दिन संतोष के साथ विकास झा उर्फ कालिया भी था, जो संतोष का समर्थक है.
उसकी भी हत्या की जा सकती थी, लेकिन संगठन ने विकास को सुधरने का एक मौका दिया है. अगर उसकी गतिविधि संगठन विरोधी हुई तो उसे भी संतोष की तरह मौत के घाट उतार दिया जायेगा.
संगठन के प्रवक्ता के बयान व संतोष समर्थक विकास झा उर्फ कालिया की हालिया गतिविधि को देख कर यह कहना गलत नहीं होगा कि उत्तर बिहार में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर गैंगवार का संकेत मिल रहा है. इधर, घटना के तीसरे दिन गुरुवार को भी न्यायालय में सुरक्षा को लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था रही. हर आने-जाने वाले को सघन तलाशी से गुजरना पड़ा.