शेखपुरा : श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राजद सुप्रीमो पर जमकर हल्ला बोला. उन्होंने कहा कि महागठबंधन टूटने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव मानसिक रूप से दिवालिया हो चुके हैं. नतीजा है कि वे कुछ से कुछ बोलते रहते हैं. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एवं अपराध को संरक्षण देने वाले लोग अब परेशान है. मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर महागठबंधन को तोड़ने का फैसला कोई साधारण फैसला नहीं था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राज्य की जनता के हित के लिए इस गठबंधन को फिर से बनाकर असाधारण निर्णय लिया.
उन्होंने कहा कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने के बाद राज्य तेजी से विकास के रास्ते पर आगे बढ़ना शुरू कर दिया है. वहीं सत्ता के नशे में चूर होकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के अन्य सदस्य बेचैन है. बिहार की जनता अब केवल विकास देखना चाह रही है. श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मजदूरों के हितों के लिए बिहार में जल्द ही श्रम नीति बनाई जाएगी. राज्य में श्रमिकों की स्थिति बेहतर करने लिए सरकार पूरी कटिबद्धता से कार्य कर रही है.
अब नए अधिनियम के तहत रजिस्टर्ड श्रमिकों को बेहतर सुविधा दी जाएगी. श्रमिकों की स्थिति में ना केवल बेहतर सुधार होगा बल्कि श्रमिकों के साथ होने वाली दुर्घटनाओं के बाद उनके परिजनों को भी कई लाभ मिल सकेंगे. इससे पहले शेखपुरा पहुंचे श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा का एनडीए कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया.शहर के बाईपास स्थित सर्किट हाउस पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया. इस दौरान कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने बैठक भी की. मंत्री ने कहा बिहार से बाहर जाने वाले श्रमिकों को भी रजिस्ट्रेशन के साथ बीमा की व्यवस्था की जाएगी और फिर अगर किसी प्रकार की दुर्घटना में उनकी मौत
होती है तो उनके परिजन को दस लाख रूपए तक का लाभ दिया जाएगा. श्रमिकों एवं उनके बच्चों को पुनर्वास योजना का भी लाभ दिया जाएगा. मौके पर भाजपा जदयू जिलाध्यक्ष डॉ अर्जुन, सपा जिलाध्यक्ष संजय प्रभाकर,जिला महामंत्री राजीव कुमार सिन्हा, मुकेश सिंह, डॉ विनोद , एनडीए नेताओं में प्रो राजेंद्र यादव ,उमेश पटेल ,भगवान कुशवाहा ,सुबोध कुमार, रोशन कुमार, टुनटुन कुमार समेत कई अन्य लोग मौजूद थे. शेखपुरा. श्रम संसाधन विकास मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने जिला को दो माह में बाल श्रम मुक्त जिला बनाने को कहा है. एकदिवसीय दौरे पर आये मंत्री ने यह निर्देश जिलाधिकारी दिनेश कुमार को दिया है.
मंत्री ने दो माह के अंदर कम से कम शेखपुरा व बरबीघा नगर क्षेत्र में यह टास्क पूरा कर लेने को कहा है. मंत्री ने जिले के विभिन्न होटलों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों आदि में लगे बाल मजदूरों को मुक्त कर उसे पुर्नवासिक करने का भी निर्देश दिया. मंत्री ने इस कार्य के लिए सशक्त धावा दल बना कर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया. समाहरणालय में जिलाधिकारी साथ मंत्री श्रम संसाधन विभाग के कार्यों की लंबी समीक्षा की. इस अवसर पर श्रम संसाधन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद थे. आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार समीक्षा के दौरान मंत्री ने रोजगार के लिए बाहर जाने वाले मजदूरों को हर सहूलियत प्रदान करने को कहा है,
परंतु राज्य के बाहर रोजगार के लिए जाने के पूर्व उनका निबंधन अनिवार्य रूप से करवा लेने पर जोर दिया गया ताकि अप्रवासी मजदूरों को सरकार द्वारा आपातकाल या मृत्युपरांत दी जाने वाली योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके. मंत्री ने जिले में कुकुरमुत्ते की तरह उग आये निजी आइटीआइ को शीघ्र बंद करने का निर्देश दिया. इसके अलग सरकारी आइटीआइ के भवन निर्माण को पूरा कर उसमें पठन-पाठन तथा शिक्षण व प्रशिक्षण का काम शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया है. मंत्री के आगमन व समीक्षा बैठक के कार्यक्रम को लेकर काफी गहमागहमी बनी हुई थी. परंतु मंत्री ने समीक्षा का दायरा अपने श्रम विभाग तक ही सीमित रखा.